बहनों ने मांगी भाई की सलामती की दुआ

पटना : बहनों ने जीभ पर कांटा चुभा कर भाई की सलामती की दुआ मांगी. शुक्रवार को बहनों ने भैया दूज पर पूजा की. सुबह से ही गली-मोहल्लों व घरों के निकट सामूहिक रूप से बहनें पूजा करती दिखी. सबसे पहले गोबर की मानव आकृति बनायी. इसके बाद पूजा की. डंडे से पीट राक्षस का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2015 5:04 AM
पटना : बहनों ने जीभ पर कांटा चुभा कर भाई की सलामती की दुआ मांगी. शुक्रवार को बहनों ने भैया दूज पर पूजा की. सुबह से ही गली-मोहल्लों व घरों के निकट सामूहिक रूप से बहनें पूजा करती दिखी. सबसे पहले गोबर की मानव आकृति बनायी. इसके बाद पूजा की.
डंडे से पीट राक्षस का करती हैं खात्मा
गोबर से बने मानव रूपी आकृति को राक्षस मान उसे पूजा के दौरान डंडे से पीटते हुए पहले अपने भाई को श्राप दी. फिर गोधन कूटने के बाद जीभ पर रेगनी के कांटे को चुभा कर कहा कि, जिस जीभ ने गाली दी है, उस पर कांटा चूभे और भैया की आयु बढ़े. बजरी, मिठाई, नारियल, फूल व रेगनी कांटा से पूजा कर बहनों ने अपने भाई की सलामती की मंगल कामना की. बजरी के रूप में सुखी मटर को प्रसाद के रुप में भाईयों को खिलाया गया.
पंडितों के अनुसार पूजा में भाई को ब्रज के समान मजबूत रहने की कामना कर बजरी खिलायी जाती है. इस पर्व से कई कथा जुड़ी है. उनमें प्रचलित कथा के रूप में यमराज अपनी बहन यमुना के घर भोजन किये थे. इससे भाई और बहन दोनों की उन्नति हुई थी.
इसे यम द्वितीया पूजा भी कहते हैं. वहीं जगह-जगह चित्रगुप्त भगवान की पूजा हुई. लोगों ने भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित कर पूजा की. वहीं अलग-अलग समितियों की ओर से इसे सामूहिक रूप से मनाया गया. लोग पूजा के बाद एक-दूसरे को प्रसाद भी खिलायें.

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