नागपुर / पटना. भाजपा के वरिष्ठ नेता और पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने नागपुर में मीडिया से बातचीत में कहा है कि मुझे जो बोलना था वह मैंने बोल दिया, अब बड़े बुजुर्ग बोल रहे हैं, कर रहे हैं. कहा कि मैं भाजपा में था हूं और रहूंगा.
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि क्या गुनाह किया है मैनें? कौन सी एंटी पार्टी एक्टिविटी की है? क्या मेरे अंदर सीनियरिटी मैचुअरिटी नहीं? साफ कहा कि अगल सच कहना बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं. यदि मैंने कहा कि कीमतें बढ़ रही हैं उसे कंट्रोल करें. मैंने यह पार्टी और राष्ट्रहित में कहा है. अगर आप लोकल लोगों को अहमियत नहीं दे रहे हैं और जगह-जगह से लोगों को ला रहे हैं तो आप तो डिस्परेशन दिखा रहे हैं. शॉटगन ने कहा कि दिल्ली के चुनाव में क्या हुआ. लोग आते गये. हमारे मंत्री भी आये और क्या परिणाम हुआ. कई लोग देश को तोड़ने के लिए क्या-क्या बोल गये. कोई एक्शन नहीं लिया गया.
संघ पदाधिकारियों ने मिलने से किया इनकार
शत्रुघ्न सिन्हा अपनी शिकायत लेकर संघ मुख्यालय नागपुर पहुंचे. लेकिन, संघ ने उनकी बात सुनने या उनसे मुलाकात करने में कोई दिलचस्पी नहीं िदखायी. शत्रुघ्न सिन्हा शुक्रवार को नागपुर पहुंचे थे, नागपुर में उन्हें न केवल संघ की तरफ से बल्कि भाजपा के स्थानीय नेताओं की ओर से भी बेहद ठंडी प्रतिक्रिया मिली. शत्रुघ्न सरसंघ चालक मोहन भागवत और सचिव भैया जी जोशी से मिलने गये थे. हालांकि मोहन भागवत और भैया जी जोशी नागपुर से बाहर गये हुए हैं. संघ के किसी भी जूनियर अधिकारियों ने भी शत्रुघ्न सिन्हा से मिलने में दिलचस्पी नहीं दिखायी.
भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा नागपुर से भाजपा सांसद नितिन गडकरी से मिलने की भी इच्छा जतायी. लेकिन ,नितिन गडकरी ने भी शत्रुघ्न सिन्हा से मिलने में दिलचस्पी नहीं दिखाई.गौरतलब है कि शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी के उन बागी नेताओं में शामिल है जो खुलेआम पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की आलोचना करते है. बिहार चुनाव प्रचार के दौरान उनके बागी तेवर से पार्टी को मुसीबतों का सामना करना पड़ी.