यूएसए की तर्ज पर नेशनल टेस्टिंग सर्विस का सुझाव

यूएसए की तर्ज पर नेशनल टेस्टिंग सर्विस का सुझावआइआइटी काउंसिल ने अपनी रिपोर्ट में की सिफारिशएमएचआरडी को दिया कई और सुझावलाइफ रिपोर्टर पटनाआइआइटी काउंसिल ने आइआइटी व एनआइटी के लिए सिंगल एग्जाम आयोजित करने के साथ ही स्टूडेंट्स की स्क्रीनिंग के लिए सैट की तरह एप्टीट्यूड टेस्ट देने का सुझाव दिया है. इससे कोचिंग इंडस्ट्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2015 6:27 PM

यूएसए की तर्ज पर नेशनल टेस्टिंग सर्विस का सुझावआइआइटी काउंसिल ने अपनी रिपोर्ट में की सिफारिशएमएचआरडी को दिया कई और सुझावलाइफ रिपोर्टर पटनाआइआइटी काउंसिल ने आइआइटी व एनआइटी के लिए सिंगल एग्जाम आयोजित करने के साथ ही स्टूडेंट्स की स्क्रीनिंग के लिए सैट की तरह एप्टीट्यूड टेस्ट देने का सुझाव दिया है. इससे कोचिंग इंडस्ट्री के असर को भी कम किया जा सकता है. ज्ञात हो कि पिछले दिनों आइआइटी काउंसिल की बैठक में जेइइ एडवांस को लेकर कई तरह के सुझाव दिये गये थे. कोचिंग के लिए हो रेग्यूलेटरआइआइटी सूत्रों के अनुसार आइआइटी ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट की तैयारी कराने वाले कोचिंग सेंटर के लिए रिपोर्ट में रेग्यूलेटर बनाने की सिफारिश की गयी है. इसमें यह अंदाजा लगाया गया है कि स्कूलों में सही तरीके से स्टडी नहीं हाेने से कोचिंग इंडस्ट्री को लाभ मिल रहा है. रिपोर्ट में टीचर के लिए बेहतर सुविधा, कोचिंग सेंटर के लिए रेग्यूलेटर व जेइइ की तैयारी के लिए ऑनलाइन मॉक टेस्ट के सुझाव दिये गये हैं. इस रिपोर्ट में 2017-18 में नामांकन के लिए नये सिस्टम को विकसित करने की बात कही गयी है. इसमें अमेरिका की एजुकेशन टेस्टिंग सर्विस की तरह नेशनल टेस्टिंग सर्विस शुरू करने का सुझाव है.

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