सीआइएमपी में बनेगा पहला औषधीय उद्यान
सीआइएमपी में बनेगा पहला औषधीय उद्यानलगाये जायेंगे औषधीय महत्व वाले पौधेसंस्थान ने दी हरी झंडीलाइफ रिपोर्टर पटनाचंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (सीआइएमपी) अपने मीठापुर स्थित नये कैंपस में एक नायाब पहल करने जा रहा है. इसके तहत संस्थान के कैंपस में एक आैषधीय उद्यान लगाया जायेगा. जिसमें हर तरह के औषधीय पौधे लगाये जायेंगे. यह जानकारी […]
सीआइएमपी में बनेगा पहला औषधीय उद्यानलगाये जायेंगे औषधीय महत्व वाले पौधेसंस्थान ने दी हरी झंडीलाइफ रिपोर्टर पटनाचंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (सीआइएमपी) अपने मीठापुर स्थित नये कैंपस में एक नायाब पहल करने जा रहा है. इसके तहत संस्थान के कैंपस में एक आैषधीय उद्यान लगाया जायेगा. जिसमें हर तरह के औषधीय पौधे लगाये जायेंगे. यह जानकारी संस्थान के डायरेक्टर प्रोफेसर वी.मुकुद दास ने दी. उन्होंने इसके लिए जमीन देने के लिए सहमति जतायी.नायाब बनेगा कैंपसइस बारे में और जानकारी देते हुए श्री दास ने कहा कि इस संस्थान को अगले कुछ सालों में पर्यावरण की दृष्टि से एकदम हरा-भरा बनाने का उद्देश्य है. जिसके लिए यह किया जा रहा है. अभी संस्थान के नये कैंपस में करीब तीन हजार से भी ज्यादा छोटे-बड़े पौधे लगाये जा चुके हैं. आने वाले दिनाें में यह कैंपस दूसरे कैंपस के लिए एक नायाब उदाहरण होगा. वह कहते हैं, आइआरएमए में रहने के दौरान उन्होंने वहां की हरियाली को देखा. इस कैंपस के लिए प्रेरणा वहीं से मिली.औषधीय महत्व वाले पौधेसंस्थान में पौधों की देखभाल करने वाले भवेश इस बारे में कहते हैं, इसके लिए कई तरह के पौधें लगाये जायेंगे. जिनमें शतावरी, भृंगराज, एलोवेरा, अर्जुन, कई तरह की तुलसी की प्रजातियां, हल्दी की कई प्रजातियां, मधुमालती के अलावा बेल, आंवला, हरड, नीम के साथ कई दूसरी प्रजातियों को लगाया जायेगा.इस औषधीय उद्यान से जो भी उत्पाद प्राप्त होगा, उसे दूसरे जगहों पर सब्सिडी रेट पर दिया जायेगा. हमारी पहल कैंपस को पर्यावरण के अनुकूल रखने की है. इससे जो भी रेवेन्यू मिलेगा. उसे कैंपस के उन्नति में लगाया जायेगा.प्रो वी मुकुंद दास, निदेशक, सीआइएमपी