सदानंद को बनाया विधान मंडल दल का नेता

पटना: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सदानंद सिंह को बिहार विधान मंडल दल का नेता घोषित किया है. शपथ ग्रहण समारोह के तत्काल बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम पहुंचे राहुल गांधी ने सदानंद सिंह के नाम की घोषणा की. सदाकत आश्रम में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को संबोधन के दौरान उन्होंने कांग्रेस विधान मंडल दल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2015 8:45 AM
पटना: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सदानंद सिंह को बिहार विधान मंडल दल का नेता घोषित किया है. शपथ ग्रहण समारोह के तत्काल बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम पहुंचे राहुल गांधी ने सदानंद सिंह के नाम की घोषणा की. सदाकत आश्रम में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को संबोधन के दौरान उन्होंने कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता के नाम की घोषणा करने के बाद सदानंद सिंह को खोजा.

इसके लिए उन्होंने मंच पर नजर भी दौड़ाये, लेकिन सदानंद सिंह नहीं दिखायी दिये. सदाकत आश्रम में सदानंद सिंह उपस्थित नहीं थे. संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में बननेवाले मंत्रिमंडल में शामिल कांग्रेसी मंत्रियों से कहा कि वे अपने को किसी एक जिला या क्षेत्र के मंत्री अपने को नहीं समझें. वे अपने को पूरे राज्य का मंत्री समझें. उन्होंने मंत्रिमंडल में शामिल होनेवाले मंत्रियों की खोज की.

नव निर्वाचित विधायकों सहित पूरे बिहार प्रदेश कांग्रेस टीम को कांग्रेस को मिली बड़ी सफलता के लिए बधाई दी. राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में चुनाव की बात शुरू हुई तो पार्टी नेताओं से हमने पूछा कि किसके साथ जाना चाहते हैं. राजद के साथ या फिर जदयू के साथ. नेताओं ने महागंठबंधन के साथ जाने की बात कही. इसका परिणाम है कि महागंठबंधन की जीत हुई है. कांग्रेस बगैर महागंठबंधन की जीत नहीं होती. ना ही महागंठबंधन के बगैर कांग्रेस की जीत होती. यह हम सब की लड़ाई थी, जिसमें सफलता मिली. उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस की शक्ति कम नहीं है. विगत 25 साल में शक्ति का प्रयोग नहीं हुआ. बिहार में कांग्रेस विचारधारा खड़ी हो इसके लिए सभी को मिल कर काम करना होगा. कांग्रेस सभी जात, धर्म, वर्ग, को साथ लेकर चलती है. सद्भाव व भाईचारे का मैसेज लोगों तक पहुंचाने का काम होना चाहिए.
हाइकमान का फैसला मान्य: सदानंद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व कहलगांव से विधायक सदानंद सिंह ने कहा है कि वह मंत्री नहीं बनने से नाराज नहीं हैं. उन्होंने प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि हाईकमान का फैसला मान्य है.

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सदाकत आश्रम में उनके नाम की घोषणा की. उनके नाम की घोषणा होने के समय वे खुद उपस्थित नहीं थे. इस बाबत पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि भीड़ में फंसने की वजह से समय पर सदाकत आश्रम नहीं पहुंच सके. वरिष्ठ व अनुभवी नेता होने के बावजूद नीतीश मंत्रिमंडल में उन्हें जगह नहीं मिली. इसे लेकर नाराज तो नहीं हैं. इस पर उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान का फैसला मान्य है. हाईकमान जो निर्णय लेती है वह सबके लिए मान्य होता है. उनहोंने कहा कि अभी फिलहाल कुछ नहीं बोल सकते हैं.

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