आमिर,शाहरूख और दिलीप कुमार सांप जैसे : पर्यावरण मंत्री, महाराष्ट्र

आशुतोष के पांडेय पटना : अभिव्यक्तिकी स्वतंत्रता का कुछ ज्यादा प्रयोगकरने वाले लोगों को एक कहावत के जरिए लोग हमेशा सलाह देने की मुद्रा में आ जाते हैं. लोग कहते हैं कि मुंह के आगे गढ्ढाथोड़ेही होता है. जिसेजोमन में आया बोल देता है. आमिर खान के बयान के बाद पैदा हुआ विवाद अब इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2015 8:50 PM

आशुतोष के पांडेय

पटना : अभिव्यक्तिकी स्वतंत्रता का कुछ ज्यादा प्रयोगकरने वाले लोगों को एक कहावत के जरिए लोग हमेशा सलाह देने की मुद्रा में आ जाते हैं. लोग कहते हैं कि मुंह के आगे गढ्ढाथोड़ेही होता है. जिसेजोमन में आया बोल देता है. आमिर खान के बयान के बाद पैदा हुआ विवाद अब इस कहावत के आइने से देखने की जरूरत है. आमिर के बयान के बाद बयानोंका दौर शुरू हुआ ही, इस बीच वैसे बयानवीरों के मुंह भी खुल गए जो इस बयानबाजी की गंगा में हाथ धोना चाहते थे.

हाल में अंधविश्वासों पर चोट करती आयी आमिर की फिल्म पीके का प्रसिद्ध डॉयलाग बच्चे-बच्चे की जुबां पर चढ़ गया था. दिमगवा लूल हो गया है. हालिया बयान आमिर के उनके अपने अनुभवों और परिवार के साथ गुजारे लम्हों पर केंद्रीत था. आमिर ने इनटॉलरेंस पर जो सोचते थे उन्होंने बोल दिया. उसके बाद जैसा की होता है. किसी सेलिब्रेटी के मुंह से निकला बयान ताड़ के पेड़ से गिरकर खजूर पर अटकने वाला नहीं होता. क्योंकि उसे सियासत लपक लेती है. अब इतना कुछ होने के बाद आमिर भी कनफ्यूजिया गए होंगे कि आखिर दिमाग किसका लूल हुआ है.

अभी सबकुछ चल ही रहा था कि शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रामदास कदम नेयहांतक कह दिया कि आमिर, शाहरुख और दिलीप कुमार के बयानों को ध्यान में रखा जाए तो वे सांपों की तरह हैं. मंत्री उन्हें यह भी सुझाव दे रहे हैं कि यदि वह भारत से प्रेम नहीं करते तो पाकिस्तान जा सकते हैं. सत्ता पक्ष के योगी,साक्षी और प्रकाश जावडेकर जैसे नेता आमिर के बयान को देश की छवि पर बट्टा लगाने वाले बता रहे हैं. वहीं विपक्षी पार्टी के नेता आमिर के बयान पर विचार करने की बात कह रहे हैं.

पर्यावरण मंत्री भावना से ओतप्रोत बयान देकर एक नया सिगूफा छोड़ रहे हैं. कदम कहते हैं कि यदि उन्हें अब देश से प्रेम नहीं रह गया है, तो वह पाकिस्तान जा सकते हैं.रामदासकदम का कहना है कि आमिर के बयान की बकायदा जांच हो क्योंकि इन सेलिब्रेटियों को हमनेबहुत प्यार दिया हैलेकिन उनका बयान ऐसा लगता है जैसे हमने सांप पाले हों.

वहीं एक और राज्यसभा सांसद रामदास अठावले ने कहा कि आमिर खान का बयान ठीक नहीं है और वह देश का अपमान है. ऐसे बयानों से देश की छवि खराब हो रही है.दूसरी ओर आमिर खान दिए गये अपने बयान पर चट्टान की तरह अडिग हैं. उन्होंने बुधवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं और उन्हें इंडिया में पैदा होने का गर्व है. आमिर ने वैसे लोगों पर अपनी प्रतिक्रिया दी जो उनकी आलोचना कर रहे है. आमिर का कहना है कि उनके बयान की सच्चाई पर प्रतिक्रिया देने वालों ने मुहर लगा दी. एक तरफ सत्यमेव जयते के भावुक आमिर, पीके के एलियन आमिर और दिल है कि मानता नहीं केयुवा आमिर. वहीं दूसरी ओर सियासतदानों की फौज. जब तक यह मुद्दा हवा मे रहेगा तबतक बयानबाजी होती रहेगी. दिमाग लूल किसका है यह तो राम जाने.

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