संदेसे आते हैं, हमें तरसाते हैं… को देख नम हुई आंखें
संदेसे आते हैं, हमें तरसाते हैं… को देख नम हुई आंखेंलाइफ रिपोर्टर.पटनासीमा सुरक्षा बल इस साल अपनी स्थापना का 50वां गौरवशाली वर्ष पूरा कर रहा है. इसी उपलक्ष्य पर महानिदेशक द्वारा सीमा सुरक्षा बल वर्ष 2015 को स्वर्ण जयंती वर्ष घोषित किया गया है. इस गोल्डन जुबली वर्ष पर सीमा सुरक्षा बल प्रत्येक तैनाती के […]
संदेसे आते हैं, हमें तरसाते हैं… को देख नम हुई आंखेंलाइफ रिपोर्टर.पटनासीमा सुरक्षा बल इस साल अपनी स्थापना का 50वां गौरवशाली वर्ष पूरा कर रहा है. इसी उपलक्ष्य पर महानिदेशक द्वारा सीमा सुरक्षा बल वर्ष 2015 को स्वर्ण जयंती वर्ष घोषित किया गया है. इस गोल्डन जुबली वर्ष पर सीमा सुरक्षा बल प्रत्येक तैनाती के स्थानों पर पूरे वर्ष विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. इसी सूत्र में रविवार को बिहार राज्य की राजधानी पटना में सहायक प्रशिक्षण केंद्र, सीमा सुरक्षा बल, हजारीबाग द्वारा सीमा पर इस्तेमाल होने वाले अाधुनिक तथा पुराने हथियारों की ‘शस्त्र प्रदर्शनी’, सीमा सुरक्षाबल का ‘ब्रास तथा जाज बैंड’, ‘अंतर स्कूल एथलेटिक प्रतियोगिता एवं रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह आयोजन पाटलिपुत्र खेल परिसर में सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक हुआ. इस मौके पर केंद्रीय विद्यालय के बच्चों का स्कूली एथलेटिक्स चैंपियनशिप भी करवाया गया. इस एक दिवसीय चैंपियनशिप में 100 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर की दौड़ का आयोजन गया.इस खूबसूरत व देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम में एक तरह जहां बच्चियों ने रंग-बिरंगी परिधानों में नृत्य प्रस्तुत किया, वहीं जवानों ने बॉर्डर फिल्म के गीत ‘संदेसे आते हैं हमें तरसाते हैं…’ पर प्रस्तुति दे कर सभी की आंखें नम की दी. जिसने भी यह प्रस्तुति देखी, वह खुद को रोने से रोक नहीं पाया. शस्त्र प्रदर्शनी को देखने का उत्साह बच्चों में भी साफ नजर आया. बच्चे हर शस्त्र छू कर देखना चाह रहे थे अौर कई तरह के सवाल पूछ कर जानकारी ले रहे थे. इस कार्यक्रम को भगत सिंह तोलीया, उपमहानिरीक्षक, सहायक प्रशिक्षणकेंद्र, सीमा सुरक्षा बल, हजारीबाग के मार्गदर्शन में किया गया. मुख्य अतिथि अरविंद पाण्डेय, भारतीय पुलिस सेवा थे, जो कि वर्तमान में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के निदेशक भी हैं.