पटना : बिहार बीजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता डॉ. फारूख अब्दुला पर हमला बोला है. सुशील मोदी ने ट्वीट करके कहा है कि फारूख अब्दुल्ला ने भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने की नापाक कोशिश की है. जिस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक लड़ाई का समर्थन कर रहा है, उसी समय फारुख अब्दुल्ला ने पाकिस्तानी आतंकियों का मन बढ़ाने वाला बयान दिया है. उन्होंने यह कह कर भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने की नापाक कोशिश की है कि पूरी फौज झोंक कर भी सरकार हमें आतंकियों से नहीं बचा सकती.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके जनाब फारुख कश्मीर के पाकिस्तानी कब्जे वाले भाग (पीओके) को मुक्त कराने के भारतीय संसद के संकल्प को अप्रासंगिक बता कर राज्य के उस भाग पर पाकिस्तानी अतिक्रमण को जायज भी ठहरा रहे हैं. संसद ने 1994 में सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित कर पीओके को भारत का हिस्सा माना है और इसकी वापसी के लिए हर संभव रास्ता अपनाने का संकल्प प्रकट किया है. फारुख अब्दुल्ला के दोनों बयान राष्ट्रीय भावना के विरुद्ध होने के कारण निंदनीय हैं.
फारुख अब्दुल्ला ने 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में जिन नेताओं के साथ मंच साझा किया था, उन्हें देश को बताना चाहिए कि वे कश्मीर पर संसद के प्रस्ताव और भारतीय सेना का समर्थन करते हैं या फारुख अब्दुल्ला के साथ हैं.