जल्द बने वन स्टॉप क्राइसेस सेंटर
जल्द बने वन स्टॉप क्राइसेस सेंटर- महिला संगठनों ने रखी अपनी बात संवाददाता, पटना राज्य में वन स्टॉप क्राइसेस सेंटर की स्थापना की जाये, ताकि पीड़ित महिलाएं इसका लाभ ले सके. घोषणा के दो साल बाद भी इसका गठन नहीं हो सका है. यह राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. कुछ इसी तरह की बातें […]
जल्द बने वन स्टॉप क्राइसेस सेंटर- महिला संगठनों ने रखी अपनी बात संवाददाता, पटना राज्य में वन स्टॉप क्राइसेस सेंटर की स्थापना की जाये, ताकि पीड़ित महिलाएं इसका लाभ ले सके. घोषणा के दो साल बाद भी इसका गठन नहीं हो सका है. यह राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. कुछ इसी तरह की बातें महिला संगठनों ने कहीं. मौका था महिलाओं पर होने वाली हिंसा के विरूद्ध आयोजित परिचर्चा का. गुरुवार को एएन सिन्हा इस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज में महिला सामाख्या, पार्टनर्स फॉर लॉ इन डेवलपमेंट और एक्शन एड के संयुक्त तत्वावधान में 25 नंवबर से 10 दिसंबर तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंसा मुक्त महिला सप्ताह कार्यक्रम की शुरूआत किया गया. इसमें विभिन्न महिला संगठनों ने निर्भया कांड के बाद जारी आदेशानुसार राज्य में दुष्कर्म पीड़िता के लिए वन स्टॉप क्राइसेस सेंटर की स्थापना करने की मांग की.पीड़िता की हो सकेगी मनोवैज्ञानिक काउंसेलिंगउन्होंने बताया कि इसकी जिम्मेदारी महिला विकास निगम को दी गयी थी. बावजूद इसके दो साल बाद भी अब तक इसका गठन नहीं हो सका है. इससे दुष्कर्म पीड़िता को न्याय नहीं मिल पा रहा है. सेंटर में दुष्कर्म पीड़िता की मदद के लिए एक ही जगह सारी सुविधाओं को मुहैया कराया जाना है. ताकि पीड़िता को मनोवैज्ञानिक तरीके से काउंसेलिंग कर थाने, मेडिकल जांच से लेकर कानूनी सुरक्षा भी प्रदान की जा सके.पुलिस को भी करना होगा संवेदनशील बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष अंजुम आरा ने कहा कि इसके लिए पुलिसकर्मियों को भी संवेदनशील करना होगा. ताकि थाने स्तर से महिलाओं को न्याय मिल सकें. महिला हेल्पलाइन की परियोजना प्रबंधक प्रमिला कुमारी ने कहा कि अभी भी महिलाओं को पुलिस द्वारा जब न्याय नहीं मिल पाता है, तो वे निराश होकर चुपचाप हिंसा सहने को मजबूर हो जाती हैं. जनवरी तक मिल सकेगी सुविधा महिला विकास निगम की ओर से आये प्रतिनिधि रत्न कुमार ने परिचर्चा में उठे सवालों के जवाब में जनवरी माह तक क्राइसेस सेंटर की स्थापना करने की बात कहीं. पीएमसीएच अस्पताल में इसे खोला जाना है. इसके अलावा पांच जिलों में मॉडल हेल्पलाइन व टॉल फ्री नंबर 181 की जानकारी दी. बिहार महिला समाज की शरत ने बताया कि निर्भया कांड के दो माह बाद ही मध्यप्रदेश में संचािलत गौरवी वन स्टॉप क्राइसेस सेंटर की जानकारी दी. साथ ही ये भी कहा कि राज्य में आठ मार्च 2013 में इसकी स्थापना की जानी थी.पर विभाग की लापरवाही से इसे अब तक शुरू नहीं कराया जा सका है. मौके पर महिला सामाख्या की कीर्ति सिंह समेत अन्य उपस्थित रहीं.