पटना : पटना में साइबर क्राइम की घटनाएं तेज हो गयी हैं. खास करके एटीएम कार्ड का पासवर्ड पूछ कर पैसा निकासी का. ताबड़तोड़ हो रही घटनाओं को अंजाम दे रहे इस गैंग के इरादे इतने बुलंद हैं कि अब पुलिस पदाधिकारी भी नहीं बख्शे जा रहे हैं. हाल के दिनों में इसी तरह की एक काॅल को आइजी विजिलेंस अनुपमा निलेकर नहीं भांप पायी और ठगी की शिकार हो गयीं. खुद को बैंक मैनेजर बता कर आइजी से उनके एटीएम का पासवर्ड पूछ लिया और 26 हजार से ज्या दा की निकासी कर ली.
तीन बार में हुआ ट्रांजक्शन
आइजी विजिलेंस अनुपमा निलेकर से पासवर्ड पूछने के बाद साइबर क्रिमिनलों ने उनके खाते को खंगाल दिया. कुल तीन बार में निकासी की गयी है. पहली बार में 9999, दूसरी बार में भी 9999 और तीसरी बार में 4900 रुपये की निकासी की गयी. ट्रांजक्शन के बाद जब उनके मोबाइल फोन पर एसएमएस आया, तो उन्हें निकासी जानकारी हुई. उन्हें बैंक से फ्राॅड के बारे में पता चला. इस मामले में उन्होंने शास्त्री नगर थाने में कांड संख्या 549/15 के तहत मामला दर्ज कराया है. मामले की छानबीन चल रही है.
सावधानी बहुत जरूरी
एटीएम कार्ड चोरी हो जाना, पासवर्ड का पता कर एटीएम से पैसे निकालना आदि घटनाएं आम हो गयी हैं. कई बार एटीएम से छेड़छाड़ कर पैसे की निकासी कर ली जाती है. एटीएम उपयोग में कुछ सावधानियां हैं, जिन्हें बरतना जरूरी है.
एटीएम कार्ड गोपनीय और सुरक्षित रखें
– पिन को एटीएम कार्ड के कवर आदि पर न लिखें.
– प्रत्येक लेन-देन पूरा होने अथवा अधूरा रहने पर एटीएम में दिये गये कैंसल बटन जरूर दबाएं.
– प्रत्येक लेन-देन होने पर मिनी स्टेटमेंट जरूर लें, ताकि आपके पास रिकॉर्ड रहे.
– बैंक की एसएमएस एलर्ट सर्विस लें, इससे गड़बड़ी पर नजर रखने में मदद मिलेगी.
– यदि कोई मदद करने के लिए आगे आये, तो सतर्क हो जाएं.
– किसी को भी अपना कार्ड उसके हाथ में न दें और पासवर्ड न बताएं.
– जब मशीन से आपका ट्रांजेक्शन पूरा हो जाये, तो कैंसल बटन को दबा दें.
– स्टेटमेंट स्लिप को फाड़े बिना नहीं फेकें.
– एटीएम कार्ड काम नहीं करने पर अलग-अलग मशीनों पर इसका प्रयोग न करें.
– सामान्य पासवर्ड से संचालन न करें, जिसका आसानी से अंदाजा लगे, जैसे 1234 या 2468 आदि.
– मशीन के अंदर किसी अनजान आदमी के सामने पासवर्ड न डालें.
ठगों ने लगा रखा था बैंक के नाम का कॉलर ट्यून
खुद को बैंक का मैनेजर बतानेवाले इस ठग ने अपने मोबाइल फोन में बैंक का कॉलर ट्यून लगा रखा है. जिस खाता धारक के पास फोन आ रहा है, उस पर कॉल बैक करने पर उसके बैंक से संबंधित कॉलर ट्यून बज रहा है. उदाहरण के तौर पर आपका एसबीआइ में स्वागत है, एसबीआइ को कॉल करने के लिए धन्यवाद. इस तरह की कॉलर ट्यून लोगों को भ्रम में डाल रहा है. इससे खासकर निरीह ही नहीं पढ़े-लिखे लोग भी आसानी से झांसे में आ जाते हैं.
इधर अफसर की पत्नी का एटीएम कार्ड लेकर उचक्का भाग निकला
पाटलिपुत्र ग्राउंड के पास एसबीआइ की एटीएम में रविवार को करीब 11.30 बजे एक अधिकारी की पत्नी पैसा निकालने पहुंची. उन्होंने अपना एटीएम कार्ड जैसे ही मशीन में लगाया, तभी अंदर पहले से मौजूद एक 22 वर्षीय युवक एसबीआइ का ही दूसरा एटीएम कार्ड उस महिला के पास गिरा दि या. उसने महिला से बोला कि आपका एटीएम कार्ड नीचे गिरा है. महिला उसे उठाने के लिए नीचे झुकी. इसी बीच युवक मशीन में लगा हुआ उनका एटीएम कार्ड लेकर भाग गया. महिला को शक हुआ. तब तक युवक भाग चुका था. उन्होंने तत्काल पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष को फोन किया और घटना की जानकारी दी.