डूडा का कार्य संतोषजनक नहीं
डूडा का कार्य संतोषजनक नहीं नगर विकास विभाग ने भेजा डीएम को पत्रसंवाददाता,पटनानगर विकास एवं आवास विभाग ने जिला शहरी अभिकरण कार्यालय (डूडा) के कार्यों को असंतोषजनक मानते हुए सभी जिलधिकारियों को पत्र भेजा है. मुख्यमंत्री नगर विकास योजना के तहत कराये जा रहे कार्यों का राज्य गुणवत्ता नियंत्रक से जांच कराने के बाद जिलों […]
डूडा का कार्य संतोषजनक नहीं नगर विकास विभाग ने भेजा डीएम को पत्रसंवाददाता,पटनानगर विकास एवं आवास विभाग ने जिला शहरी अभिकरण कार्यालय (डूडा) के कार्यों को असंतोषजनक मानते हुए सभी जिलधिकारियों को पत्र भेजा है. मुख्यमंत्री नगर विकास योजना के तहत कराये जा रहे कार्यों का राज्य गुणवत्ता नियंत्रक से जांच कराने के बाद जिलों को पत्र भेजा गया है. विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने जिला पदाधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है कि डूडा द्वारा संचालित कार्यों में कार्य स्थलों पर सूचना पट्ट नहीं लगाया गया है जबकि सभी कार्यस्थलों पर आम जनता की जानकारी के लिए सूचना पट्ट लगाया जाये. इसमें योजना का नाम, खर्च होनेवाली राशि, कार्य प्रारंभ की तिथि, कार्य समाप्ति की तिथि का विवरण, संवेदक का नाम की चर्चा होना आवश्यक है. कार्यो में कार्यपालक अभियंताओं द्वारा संवेदकों को भुगतान इसलिए नहीं किया गया है कि गुणवत्ता जांच प्रतिवेदन प्रयोगशाला से प्राप्त नहीं हुआ है. गुणवत्ता जांच के नाम पर एक निर्धारित राशि ही रोक कर रखी जानी चाहिए. शेष राशि का भुगतान कर देना चाहिए. गुमवत्ता जांच प्रतिवेदन 15 दिनों में प्राप्त करना कार्यपालक अभियंता की व्यक्तिगत जिम्मेवारी है. पीसीसी कार्यों में क्यूरिंग नही कराया गया है जिससे पीसीसी कार्य क्षतिग्रस्त हो रहा है. अभियंताओं द्वारा कार्यों का सुपरविजन बहुत ही कमजोर है. डूडा कार्यालयों में कैशबुक व बैंक पासबुक का समय-समय पर समाधान विवरणी का मिलान नहीं होता है. कार्यालयों में अभिलेखों का रखरखाव भी संतोषजनक नहीं है. संविदा पर उपलब्ध कराये गये कर्मियों की कार्यक्षमता संतोषजनक नहीं होने से यह कठिनाई हो रही है.