भाजपा को त्रिमूर्ति में से एक से मिला छुटकारा : संजय सिंह

भाजपा को त्रिमूर्ति में से एक से मिला छुटकारा : संजय सिंहसंवाददाता, पटनाजदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि बिहार भाजपा में सुशील मोदी और उनके दो सिपहसलारों की वजह से भाजपा को फज़ीहत का सामना करना पड़ा है. कम से कम त्रिमुर्ति में से एक से छुटकारा मिला. जिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2015 10:48 PM

भाजपा को त्रिमूर्ति में से एक से मिला छुटकारा : संजय सिंहसंवाददाता, पटनाजदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि बिहार भाजपा में सुशील मोदी और उनके दो सिपहसलारों की वजह से भाजपा को फज़ीहत का सामना करना पड़ा है. कम से कम त्रिमुर्ति में से एक से छुटकारा मिला. जिस तरह से देश में असहिष्णुता आयी है उसी तरह से बिहार भाजपा में भी असहिष्णुता आ गयी है. बिहार भाजपा के कार्यकर्ता इनकी वजह से निष्क्रिय हो गये थे. भाजपा की हार की मुख्य वजह सुशील मोदी और उनकी टीम की हिटलरशाही थी और इसी वजह से भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा. देर से ही सही कम से कम नंददिकशोर यादव ने तो हार की ज़िम्मेदारी ली, लेकिन ये शहीद भी हुए तो अपनी पूरी फज़ीहत करा के. सुशील मोदी लगातार अपने सिद्धांत और आदर्श की दुहाई देते हैं तो उनको भी इसको आत्ममंथन करना चाहिए, लेकिन सुशील मोदी दूसरों का मंथन करते हैं अपना मंथन नहीं करते हैं. सुशील मोदी को अपने उन तमाम झूठ का मंथन करना चाहिए जो उन्होंने चुनाव के दौरान बोला है. संजय सिंह ने कहा कि सुशील मोदी ने बिहार में जितनी राजनीति की उससे कहीं ज्यादा अपनी पार्टी भाजपा के अंदर राजनीति करके नुकसान पहुंचाया है. वे तो भाजपा के बड़े नेताओं को हर समय साइड ट्रैक करने में लगे रहते हैं. उनकी मंशा ये होती है कि वो अपने से उपर किसी नेता को ना जाने दे. अगर कोई भाजपा नेता आगे बढ़ता भी है तो उसे अपने गिऱफ्त में ले लेते हैं और अपने मुताबिक काम करवाते हैं. शत्रुघ्न सिन्हा , गिरिराज सिंह, भोला सिंह, सी पी ठाकुर, अश्विनी चौबे, चंद्र मोहन राय जैसे बड़े नेताओं को पार्टी में रहते हुए दरकिनार कर दिया. सुशील मोदी ने जिस तरह से अपनी पार्टी को डिल किया है ये कोई बिजनेसमैन ही कर सकता है. सुशील मोदी ने भाजपा के साथ सौदा किया है और सौदे के मुताबिक ही उन्होंने पार्टी को हरवाया है.

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