पटना : डिजाईनर बंडी और पाग मिथालंचल की परंपरागत टोपी पहने 16वें बिहार विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायकों ने आज सदन के सदस्य के रुप में शपथ लिया. बिहार विधानसभा के सदस्यों को सोमवार को, यानि 16वें सदन के पहले दिन की कार्यवाही के दौरान ही शपथ लेना था पर मधुबनी जिला के हरलाखी विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित रालोसपा विधायक बसंत कुमार का निधन हो जाने के कारण उसे कल स्थगित कर आज नए सदस्यों को शपथ दिलायी गयी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार विधानपरिषद के सदस्य होने के कारण उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा के सदस्य के रुप में सबसे पहले शपथ ली.तेजस्वी के बाद उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, अशोक चौधरी और श्रवण कुमार ने क्रमानुसार सदन के सदस्य के रुप में शपथ लिया.
प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार द्वारा शपथ लिए जाने के बाद बिहार विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष सदानंद सिंह ने क्रमानुसार अन्य सदस्यों को सदन के सदस्य के रुप में शपथ दिलायी और उन्होंने सदन के रजिस्टर पर अपने-अपने हस्ताक्षर दर्ज किए. गत 20 नवंबर को मंत्री के तौर पर शपथ लिए जाने के कारण गलती करने पर राज्यपाल राम नाथ कोविंद द्वारा टोके गए तेज प्रताप ने आज सदन के सदस्य के रुप में शपथ लेने के दौरान कोई गलती नहीं की और शपथ पत्र को ठीक से उच्चारित किया. हालांकि कई अन्य सदस्यों द्वारा आज शपथ लेने के दौरान गलतियां करने पर अस्थायी अध्यक्ष ने उन्हें टोकते हुए उनसे शपथ पत्र में उल्लेखित शब्दों का उच्चारण ठीक करने का आग्रह किया.
शपथ पत्र पढने में सबसे अधिक कठिनाई पश्चिम चंपारण जिला के रामनगर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक भागिरथी देवी को हुई, और उनसे शपथ दोहराने को कहा गया. बाद में भागिरथी को यह कहते हुए सुना गया कि वे शपथ पत्र चार बार पढ़ चुकी हैं. पूर्व मंत्री और जदयू विधायक बीमा भारती के शपथ लेने में गलती करने पर अस्थायी अध्यक्ष ने उन्हें शपथ लेने में मदद की.
अस्थायी अध्यक्ष को कई सदस्यों को यह कहते हुए सुना गया कि या तो वे ‘ईश्वर’ के नाम से या ‘सत्य निष्ठा’ का उपयोग करें न कि दोनों. अध्यक्ष सदस्यों सक यह कहते हुए भी सुने गए कि वे सदन के भीतर मोबाइल फोन का इस्तेमाल ना करें। यहां तक कि मोबाईल फोन से फोटो खींचने पर एक सदस्य को उन्होंने फटकार भी लगायी.
उल्लेखनीय है कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के इस 16वें सदन में 99 विधायक पहली बार निर्वाचित होकर पहुंचे हैं. अधिकांश विधायकों ने जहां हिंदी में शपथ लिया वहीं कुछ ने पांच भाषाएं जिनमें शपथ लिए जाने की अनुमति है उनमें से मैथिली, उर्दू, संस्कृत और अंग्रेजी में भी शपथ ली. दरभंगा जिला के क्वेटी विधानसभा क्षेत्र राजद के नवनिर्वाचित और पूर्व केंद्रीय मंत्री एम. ए. ए. फातमी के पुत्र फराज फातमी ने जहां अंग्रेजी में शपथ ली वहीं गोपालगंज जिला के बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक मिथिलेश तिवारी ने संस्कृत भाषा में शपथ लिया जिसपर अन्य सदस्यों ने मेज थपथपाकर उन्हें बधायी दी.
अख्तरुल इस्लाम शाहीन, मो0 नेमतुल्ला, नौशाद आलम और अब्दुल सुबहान ने जहां उर्दू भाषा में शपथ लिया वहीं कांग्रेस के शकील अहमद खान, तौसीफ आलम और मो0 इलियास हुसैन ने हिंदी शपथ ली. वहीं भावना झा, संजय सारावगी और जीवच झा ने मैथिली भाषा में शपथ लिया. पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक के तौर पर शपथ लेने के बाद वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अन्य के पास गए जिन्होंने उन्हें बधायी दी. मांझी ने राजद विधायक सुबेदार दास जिन्होंने जहानाबाद जिला के मखदूमपुर विधानसभा क्षेत्र से उन्हें पराजित किया है को बधायी दी.
शपथ लेने के दौरान कुछ महिला सदस्य लिंग का ध्यान नहीं रख पायीं और उनके द्वारा ‘शपथ लेती हूं’ की ‘शपथ लेता हूं’ उच्चारित किए जाने पर अस्थायी अध्यक्ष ने उन्हें टोकते हुए सही उच्चारित करने को कहा. जदयू की विधायक और पूर्व मंत्री रंजू गीता ने शपथ पत्र पढने के बाद मुख्यमंत्री और अस्थायी अध्यक्ष का चरण छूआ. आज शपथ लेने में सबसे अंत में चकाई से नवनिर्वाचित विधायक सावित्री देवी ने सबसे अंत में शपथ लिया.
बिहार विधानसभा के भोजनावकाश और उसके बाद की कार्यवाही के दौरान आठ सदस्य अनुपस्थित होने के कारण आज शपथ नहीं ले पाए. सदन में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शपथ लेने वाले सभी विधायकों को बधायी दी. सदन द्वारा कल अपने अध्यक्ष का चयन किया जाएगा. शपथ ग्रहण के बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी.