स्टोरी : अधर में लटका इंटीग्रेटेड सक्यिुरिटी सस्टिम, चार साल में टेंडर भी नहीं पूरा

स्टोरी : अधर में लटका इंटीग्रेटेड सिक्युरिटी सिस्टम, चार साल में टेंडर भी नहीं पूरा- आरपीएफ डीजी शेषनाथ चौधरी ने इस प्रोजेक्ट को किया था तैयारआनंद तिवारी, पटनापटना जंकशन पर यात्रियों की सुरक्षा व अपराधों की रोकथाम के लिए बनाया गया इंटीग्रेटेड सिक्युरिटी सिस्टम अधर में लटक गया. चार साल पहले बनी इस योजना को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2015 10:08 PM

स्टोरी : अधर में लटका इंटीग्रेटेड सिक्युरिटी सिस्टम, चार साल में टेंडर भी नहीं पूरा- आरपीएफ डीजी शेषनाथ चौधरी ने इस प्रोजेक्ट को किया था तैयारआनंद तिवारी, पटनापटना जंकशन पर यात्रियों की सुरक्षा व अपराधों की रोकथाम के लिए बनाया गया इंटीग्रेटेड सिक्युरिटी सिस्टम अधर में लटक गया. चार साल पहले बनी इस योजना को रेलवे प्रशासन मूर्तरूप देना भूल गया है, नतीजतन अब भी पटना जंकशन पर सुरक्षा राम भरोसे है. मजे की बात तो यह है कि पिछले महीने रेलवे ने टेंडर भी निकाला था, इसमें छह कंपनियों ने भाग भी लिया, बावजूद इसके टेंडर नहीं हो पाया. उस समय के रेलवे के आरपीएफ डीजी शेषनाथ चौधरी ने यह प्रोजेक्ट काे लाने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन उनके ट्रांसफर के बाद इस प्रोजेक्ट की गति धीमी हो गयी. देशभर से छह कंपनियों ने लिया था भाग दो सितंबर को शरारती तत्वों ने पटना जंकशन को उड़ाने की धमकी दी थी. इसके बाद सिक्युरिटी सिस्टम को धरातल पर उतारने के लिए रेलवे ने तेजी लायी और पिछले महीने टेंडर निकाला. इसमें बिहार सहित देशभर से छह कंपनियों ने भाग लिया था, बावजूद टेंडर पूरा नहीं हुआ. रेलवे सूत्रों की मानें, तो चार साल पहले आठ करोड़ रुपये की लागत से इस प्रोजेक्ट पर काम करना था, लेकिन वर्तमान महंगाई आदि को देखते हुए कंपनी 10 करोड़ रुपये की मांग कर रही थी. इसलिए टेंडर कुछ दिनों के लिए फिर से टाल दिया गया है और योजना अधर में लटक गयी. क्या है इंटीग्रेटेड सिक्युरिटी सिस्टमइंटीग्रेटेड सिक्युरिटी सिस्टम से पूरे पटना जंकशन परिसर पर कैमरे की मदद से आसानी से नजर रखी जा सकती है. वेटिंग रूम, स्टेशन परिसर, रिटायरिंग रूम, प्लेटफॉर्म, एफओबी आदि पर पूरी नजर रखने के लिए उच्च तकनीकी के 200 कैमरे लगाने थे, जो इंटरनेटयुक्त होगा. स्क्रीनिंग के जरिये यात्रियों की होगी तलाशी पर्सनल एंड बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम जंकशन के प्रवेश द्वार पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर व बड़ी एक्सरे मशीन लगानी है. इससे प्लेटफॉर्म पर प्रवेश करने के पहले ही किसी व्यक्ति की पूरी तलाशी ले ली जायेगी. इसके अलावा जंकशन पर एक आधुनिक कंट्रोल रूम बनाने की योजना है. यह नियंत्रण कक्ष राउंड ओ क्लाॅक का काम करेगा. यहां आरपीएफ के प्रशिक्षित जवान और अधिकारी तैनात रहेंगे. यह सीसीटीवी कैमरा व सर्विलांस से लैस होगा. क्या कहते हैं अधिकारीपटना जंकशन पर इंटीग्रेटेड सिक्युरिटी सिस्टम लगाना काफी है. इस जरूरत को देखते हुए पिछले महीने टेंडर निकाला गया था, जिसमें कई कंपनियों ने भाग लिया. हालांकि अभी तक टेंडर नहीं किया गया. जब तक टेंडर नहीं होता, तब तक इस पर काम नहीं हो पायेगा.पीएन मिश्रा, रेल एसपी\\\\B

Next Article

Exit mobile version