अपने को विपक्ष का कर्णधार समझने लगे प्रेम कुमार : संजय सिंह

अपने को विपक्ष का कर्णधार समझने लगे प्रेम कुमार : संजय सिंहसंवाददाता, पटना जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार को विपक्ष के नेता बने दो दिन ही हुए हैं और वे अपने आप को भाजपा और विपक्ष का कर्णधार समझने लगे हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2015 11:07 PM

अपने को विपक्ष का कर्णधार समझने लगे प्रेम कुमार : संजय सिंहसंवाददाता, पटना जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार को विपक्ष के नेता बने दो दिन ही हुए हैं और वे अपने आप को भाजपा और विपक्ष का कर्णधार समझने लगे हैं. नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार को भी भाजपा नेता सुशील मोदी की तरह छपास का रोग हो गया है. वो भी अपने नाम को अखबार में देखने के लिए ललाइत होने लगे हैं. प्रेम कुमार ने अपनी पार्टी के अंदर प्रतिपक्ष का नेता बनने के लिए कितना संघर्ष किया, ये बात किसी से छुपी नहीं है. प्रेम कुमार को चाहिए कि अभी अपने पार्टी में अपनी स्थिति को मजबूत करें. उन्होंने कहा कि सरकार को इतनी समझ है कि सरकार कैसे चलायी जाती है. प्रेम कुमार अपनी नसीहत को अपने पास रखे, क्योंकि सरकार के पास विवेक है शासन चलाने का. जमुई में मूर्ति चोरी की घटना होते ही सरकार ने अपने स्तर से जांच के आदेश दे दिये. इसके बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मामले को सीबीआई जांच के लिए अनुशंसा की. नेता प्रतिपक्ष को ये पता होना चाहिये कि इस घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले दिन ही आईजी को इस घटना की जांच के लिए भेजा था. आज भी बिहार पुलिस इस घटना की जांच कर रही है. प्रेम कुमार इस बात का विश्वास रखे कि चोर-पाताल में भी हो बिहार की पुलिस उनको पकड़ लेगी. बिहार सरकार के पास इतने साधन और संसाधन हैं कि वो इन तस्करों को पकड़ लेगी. थोड़े ही दिन ये मूर्ति चोर सलाखों के पीछे होंगे. संजय सिंह ने कहा कि प्रेम कुमार को थोड़ा धैर्य रखने कि जरूरत है वो अपने पद की गरिमा को बना कर रखे. प्रेम कुमार ने सदन में जो कसम खायी है उसपर वो बिलकुल ही झूठे साबित हो रहे हैं. ना तो वो सरकार का शासन चलाने में सहयोग कर रहे और ना ही विपक्ष की आदर्श भूमिका निभा रहे हैं. प्रेम कुमार को ये पता होना चाहिए कि नीतीश कुमार कानून व्यवस्था के लिए ही जाने जाते हैं और जैसे ही बिहार में अापराधिक घटनाएं बढ़ी नीतीश कुमार ने प्रशासनिक अधिकारियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया. नीतीश कुमार ने तमाम पदाधिकारियों के साथ बैठक करके कड़े लहजे मे ये निर्देश दे दिया है कि कानून व्यवस्था में प्रशासनिक कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.

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