अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा पीएमसीएच, मास्टर प्लान तैयार

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा पीएमसीएच, मास्टर प्लान तैयार – पीएमसी प्राचार्य ने बीएमएसआइसील के साथ शुरू की बैठक, फरवरी तक काम पूरा करने का दिया निर्देश संवाददाता, पटनापीएमसीएच में मरीजों का इलाज महानगरों के बड़े हॉस्पिटलों के तर्ज पर हो, इसके लिए 900 वर्गफीट में फैले ओपीडी में सुविधाएं बढ़ायी गयी हैं. डॉक्टर, मरीज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2015 10:56 PM

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा पीएमसीएच, मास्टर प्लान तैयार – पीएमसी प्राचार्य ने बीएमएसआइसील के साथ शुरू की बैठक, फरवरी तक काम पूरा करने का दिया निर्देश संवाददाता, पटनापीएमसीएच में मरीजों का इलाज महानगरों के बड़े हॉस्पिटलों के तर्ज पर हो, इसके लिए 900 वर्गफीट में फैले ओपीडी में सुविधाएं बढ़ायी गयी हैं. डॉक्टर, मरीज व तीमारदारों को परेशानी नहीं हो, इसको लेकर कार्य शुरू है, लेकिन अब इंडोर मरीजों को बेहतर सुविधा मिले, इसको लेकर ई-ट्राली सहित मरीज हित से जुड़ी हर सुविधा के लिये मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है. पीएमसीएच अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद व प्राचार्य डॉ एस.एन.सिन्हा बीएमएसआइसीएल से मिल कर इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा कराने के लिये बैठक की है और फरवरी तक किस तरह से अधिक से अधिक काम को पूरा किया जाये, इसकी रणनीति बनाकर विभाग को भी भेजा है. मरीज हित में मार्च के पूर्व पूरा किया जायेगा काम – आधुनिक अंत शव परीक्षण गृह का निर्माण 6.06 करोड़ की लागत से 17300 वर्गफीट क्षेत्र में पांच मंजिला भवन का निर्माण, जिसमें शव का अंत: परीक्षण, शैक्षणिक कार्य, कांफ्रेंस हॉल, लिफ्ट, प्रतीक्षा कक्ष, कार पार्किंग, ओपेन मॉचरी सहित लगभग 50 शवों के भंडारण की आधुनिक व्यवस्था होगी. – कॉटेज वार्ड का आधुनिकीकरण 1.5 करोड़ की रुपये की लागत से किया जायेगा, जिसमें सभी कमरों के आंतरिक साज-सज्जा में सुधार, फर्निचर की व्यवस्था, विद्युतीकरण की व्यवस्था, शौचालयों का आधुनिकीकरण, कमरों के फर्श पर विटरीफाइड टाइल्स की व्यवस्था के साथ-साथ सभी कमरों को एसी किये जाने का प्रावधान है. – इमरजेंसी वार्ड के तीसरे फ्लोर का बचा निर्माण 2.5 करोड़ रुपये की लागत से किया जायेगा, जिसमें 150 बेड के अतिरिक्त वार्ड की व्यवस्था होगी.कोट यह मास्टर प्लान पहले से बना हुआ था, लेकिन अब मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस को 250 सीट करने के लिये इन सभी कार्य को पूरा करना जरूरी है. इस कारण से विभाग के इस प्रोजेक्ट को जल्द पूरा किया जाये. इसको लेकर बीएमएसआइसीएल से मिल कर हमने मीटिंग की है. डॉ एस.एन.सिन्हा, पीएमसी प्राचार्य \\\\B

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