… जिसके बाबा हैं अली,मां जेहरा, चेहलुम उसी हुसैन को

पटना सिटी : गमगीन मंजर व डबडबायी आंखों से नवासा-ए-रसूल हजरत इमाम हुसैन की करबला में हुई शहादत का दर्द सुनते जायरिनों की आंखों से आंसू बह रहे थे. … जिसके बाबा है अली,मां जेहरा, चेहलुम उसी हुसैन का है, दस्त-ए- सज्जादिया के साथ दूसरे अजुमंन ने मर्सिया में कुछ इसी तरह करबला की शहादत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2015 5:41 AM
पटना सिटी : गमगीन मंजर व डबडबायी आंखों से नवासा-ए-रसूल हजरत इमाम हुसैन की करबला में हुई शहादत का दर्द सुनते जायरिनों की आंखों से आंसू बह रहे थे. … जिसके बाबा है अली,मां जेहरा, चेहलुम उसी हुसैन का है, दस्त-ए- सज्जादिया के साथ दूसरे अजुमंन ने मर्सिया में कुछ इसी तरह करबला की शहादत का मंजर पेश किया जा रहा था.
मौका था गुरुवार को चेहलुम पर शिया समुदाय की ओर से हजरत इमाम-ए- हुसैन की सवारी दुलजना की जुलूस का. जुलूस अलम और ताबूत के साथ बौली इमामबाड़ा से निकला था. इसमें शामिल जायरिन सीनाजनी करते चल रहे थे, तो मर्सिया(शोक गीत) व नौहाखानी में शहादत का मंजर पेश कर रहे थे.
जुलूस के बीच में चल रहे सफेद घोड़े को स्पर्श कर जायरिन मन्नतें मांग रही थी. सड़कों की दोनों ओर खड़ी महिलाएं व बच्चे भी दुलदुल की सेवा कर रही थी. दुलजना का जुलूस अशोक राजपथ के मुख्य मार्ग गुजरी बाजार, पश्चिम दरवाजा, बेलवरगंज, शेख बूचर की चौराहा होते हुए नौजर कटरा इमामबाड़ा पहुंचा.
जुलूस में शिया बफ्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सलमान हुसैन, चमडोरिया इमामाबाड़ा के सचिव सैयद शाह जौहर इमाम जौनी, रजर इमाम, पंजतनी के सचिव सैयद अली इमाम, अली अब्बास,डॉ सिकंदर अली के साथ अंजुमन-ए-अब्बासिया, अंजुमन-ए-हुसैनिया,अंजुमन-ए-सज्जादिया, अंजुमन-ए- हैदरी, और दस्त-ए-सज्जादिया समेत कई अंजुमन के लोग नौहाखानी करते हुए चल रहे थे.
नौजर कटरा इमामबाड़ा में अलविदा नौहा के साथ जुलूस का समापन हुआ. फिर शाम के समय में अलम व ताबूत के साथ बौली इमामबाड़ा से शिया समुदाय ने मातमी जुलूस निकला, जो अशोक राजपथ व शेरशाह पथ के मुख्य मार्ग होते हुए शाह बकार की तकिया चैलीटाड़ करबला तक आया.जहां पर अलबिदा मजलिस का आयोजन हुआ. जुलूस में शामिल लोगों ने जंजीरी मातम भी किया. जुलूस में शामिल अंजुमन के लोग नौहाखानी करते और मर्सिया पढ़ते हुए चल रहे थे.

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