पटना : बिहार विधानसभा के मौजूदा सत्र में कार्य दिवस नहीं बढ़ाया जायेगा. सदन की कार्यवाही पूर्व निर्धारित आठ दिसंबर तक ही चलेगी. सात और आठ दिसंबर के कार्य दिवस में निर्धारित समय को बढ़ा दिया गया है. यह निर्णय बिहार विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की पहली बैठक में लिया गया. संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि कमेटी के सभापति सह विधानसभा के अध्यक्ष विजय चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया है कि सात दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी.
यह चर्चा पहले शाम चार बजे तक होनी थी, लेकिन अब यह चर्चा शाम छह बजे तक होगी. वहीं, आठ दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार के जवाब के बाद द्वितीय अनुपूरक बजट लिये जायेंगे. इस पर वाद-विवाद होगा. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में आठ दिसंबर को सदन की कार्यवाही दोपहर तीन बजे तक होनी थी, लेकिन कार्यमंत्रणा समिति ने इसे बढ़ाकर शाम पांच बजे तक कर दिया है.
इससे पहले बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय चौधरी ने सदन की कार्यवाही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सदन का नेता के रूप में मान्यता दी. वहीं, प्रेम कुमार को नेता विरोधी दल के रूप में मान्यता प्रदान दी. साथ ही विधानसभा में अध्याशी सदस्यों का मनोनयन और कार्यमंत्रणा समिति का भी गठन किया गया. अध्याशी सदस्यों में हरीनारायण सिंह, मो. इलियास हुसैन, राम नारायण मंडल, डा. अशोक कुमार व लेसी सिंह को शामिल किया गया. वहीं कार्य मंत्रणा समिति में सभापति के रूप में बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी और सदस्य के रूप में सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार व कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह विशेष आमंत्रित सदस्य में अरुण कुमार सिन्हा, महबूब आलम, ललन पासवान व राज कुमार साह को शामिल किया गया है.