दुर्घटना व आपदा में भी डटे रहेंगे होमगार्ड

दुर्घटना व आपदा में भी डटे रहेंगे होमगार्ड- गांधी मैदान में मना गृह रक्षा वाहिनी का 69 वां स्थापना दिवस समारोह – स्वास्थ्य कारणों से समारोह में नहीं पहुंच पाये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार- डीजी ने कहा, होमगार्डों की समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक हो रहा विचारसंवाददाता, पटना गृहरक्षा वाहनी का 69 वां स्थापना दिवस समारोह गांधी मैदान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2015 9:32 PM

दुर्घटना व आपदा में भी डटे रहेंगे होमगार्ड- गांधी मैदान में मना गृह रक्षा वाहिनी का 69 वां स्थापना दिवस समारोह – स्वास्थ्य कारणों से समारोह में नहीं पहुंच पाये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार- डीजी ने कहा, होमगार्डों की समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक हो रहा विचारसंवाददाता, पटना गृहरक्षा वाहनी का 69 वां स्थापना दिवस समारोह गांधी मैदान में आयोजित किया गया. इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आना था, लेकिन वे स्वास्थ्य कारणों से नहीं पहुंच पाये. इसके बाद सूबे के डीजीपी पीके ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और उन्होंने परेड का निरीक्षण किया. डीजीपी ने कहा कि सरकार द्वारा होमगार्ड को जितना मानदेय तय है, वह दिया जा रहा है और उनकी अन्य समस्याओं के संबंध में भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है. कार्यक्रम के दौरान गृह सचिव आमिर सुबहानी, होमगार्ड के महासमादेष्टा पीएन राय, आइजी कुंदन कृष्णन, डीआइजी शालीन, एसएसपी मनु महाराज व अन्य पुलिस पदाधिकारी भी उपस्थित थे. मॉक ड्रिल में जवानों ने बतायापहले घायलों को प्राथमिक उपचार दें… रविवार को समारोह में होमगार्ड व आपदा प्रबंधन की ओर से मॉक ड्रिल का भी आयोजन किया गया. सड़क दुर्घटना, हंगामा व आग लगने के दौरान होमगार्ड के जवान कैसे काम करेंगे, यह देखने को मिला. सड़क दुर्घटना के बाद घायल को पहले प्राथमिकी उपचार देने व इसके बाद उसे अस्पताल ले जाने और फिर उसके बाद होनेवाले हंगामा, आगजनी, सड़क जाम को किस तरह से रोकना है और नियंत्रित करना है, इसका पूरा चित्रण किया गया. इस दौरान अग्निशमन विभाग की मिस्ट फायर टेक्नोलॉजी व बुलेट फायर टेक्नॉलाजी का भी प्रदर्शन किया गया. मॉक ड्रिल के माध्यम से यह भी बताया कि पुलिस, अग्निशमन विभाग एक साथ कैसे काम करते हैं. बुलेट फायर टेक्नोलॉजी का हुआ डेमाे जाम के बाद भी आग पर पायी काबू मॉक ड्रिल के दौरान बुलेट फायर टेक्नोलॉजी का भी डेमाे किया गया. इस टेक्नोलॉजी के तहत अग्निशमन विभाग का एक कर्मचारी बुलेट गाड़ी पर सवार रहता है और वह अपने कंधे पर फायर बुझाने वाले उपकरण रखा है. कहीं भी आग लगने पर वह शहर में जाम के बावजूद घटनास्थल तक पहुंचता है और फिर आग पर काबू पाता है. फिलहाल इस तरह की व्यवस्था करने की योजना बन रही है और दिल्ली व कोलकाता की कंपनियों द्वारा इसका डेमो किया गया. फिलहाल छोटी गाड़ी के माध्यम से आग बुझाने के लिए मिस्ट फायर टेक्नोलॉजी का समावेश अग्निशमन विभाग में हो चुका है. इसका फायदा भी कुछ जगहों पर देखने को मिला है.

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