पटना / मुंगेर : पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने प्रदेश में विधि व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार सरकार पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि चिकित्सकों के अपहरण सहित अन्य कई आपराधिक घटनाओं ने प्रदेश में अपहरण के एक उद्योग का स्वरुप ले लेना फिर से लौट आया है. वहीं बिहार विधानसभा में आज विपक्षी पार्टी भाजपा ने मुंगेर जिले में असमाजिक तत्वों द्वारा जनसंघ नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने का मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि यह प्रदेश में विधि व्यवस्था की स्थिति में गिरावट को दर्शाता है.
पटना जिला के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नीतिन नवीन ने ध्यानाकर्षण के जरिए आज उक्त मामले को उठाते हुए इसे अंजाम देने वालों के खिलाफकड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की. बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार और पार्टी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने भी इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए नीतीश कुमार सरकार से ऐसा करके कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की ताकि इसको लेकर कड़ा संदेश जाए.
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि यह मामला सरकार के संज्ञान में है और उस पर कडी कार्रवाई की जा रही है. मुंगेर शहर के एक चौराहे पर स्थापित दीनदयाल की उक्त प्रतिमा को गत शुक्रवार के प्रात: एक खास समुदाय के अज्ञात असमाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था. भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि असमाजिक तत्वों ने जनसंघ नेता की उक्त प्रतिमा की छतरी, चश्मा और नेमप्लेट को क्षतिग्रस्त कर दिया है.
इस बीच मुंगेर के पुलिस अधीक्षक बरुण कुमार सिन्हा ने आज बताया कि इस मामले में तीन लोगों की पहचान की गयी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है. उन्होंने इस बात से इंकार किया कि उक्त प्रतिमा का चश्मा गायब है और क्षतिग्रस्त मूर्ति के उपर जल्द ही नई छतरी बना दी जाएगी. बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने आरोप लगाया कि इस घटना में प्रदेश की जदयू-राजद-कांग्रेस गठबंधन सरकार में विधि व्यवस्था में गिरावट को दर्शाता है.