अपहरण के बाद सूद कारोबारी की हत्या, गंगा में फेंका शव

अपहरण के बाद सूद कारोबारी की हत्या, गंगा में फेंका शव – किराना स्टाेर के मालिक ने 13 लाख रुपये सूद पर लिये थे, दो लाख की सुपारी देकर करा दी हत्या – पांच लोगों ने मिल कर रुस्तमपुर-हिम्मतपुर दियारा में दिया घटना को अंजाम, शव गंगा नदी में फेंका – दो लोग गिरफ्तार, बाकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2015 9:38 PM

अपहरण के बाद सूद कारोबारी की हत्या, गंगा में फेंका शव – किराना स्टाेर के मालिक ने 13 लाख रुपये सूद पर लिये थे, दो लाख की सुपारी देकर करा दी हत्या – पांच लोगों ने मिल कर रुस्तमपुर-हिम्मतपुर दियारा में दिया घटना को अंजाम, शव गंगा नदी में फेंका – दो लोग गिरफ्तार, बाकी की पुलिस कर रही तलाश संवाददाता, पटना सूद कारोबारी ब्रजेश कुमार (60) की अपहरण के बाद रस्सी से गला दबा कर हत्या कर दी गयी. शव को रुस्तमपुर-हिम्मतपुर दियारा के पास गंगा नदी में फेंक दिया गया. शव को तलाशने के लिए एसडीआरएफ की टीम लगायी गयी है. हत्या का खुलासा दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने किया है. अभी तीन अन्य आरोपितों की तलाश चल रही है. हत्या की वजह सूद पर लिये गये 13 लाख रुपये हैं. किराना दुकानदार ने यह पैसा पचाने के लिए दो लाख की सुपारी देकर ब्रजेश की हत्या करा दी. रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र के जकरियापुर के रहनेवाले ब्रजेश कुमार सूद का काम करते थे. उनसे अगमकुआं थाना क्षेत्र के भूतनाथ रोड के रहनेवाले प्रिंस किराना स्टोर के मालिक रविशंकर ने 13 लाख रुपये सूद पर लिया था. वह पैसा नहीं लौटा रहा था. इसको लेकर ब्रजेश बार-बार तगादा करते थे. इससे तंग आकर रविशंकर ने साजिश रची. उसने अपने बगल के दुकानदार मनोज राय को ब्रजेश की हत्या के लिए तैयार किया तथा इसके लिए दो लाख की सुपारी दी. मनोज ने इसमें नवल राय, जजमेंट राय, भुलू उर्फ झुन्नू राय समेत पांच लोगों को शामिल कर लिया. साजिश के तहत एक दिसंबर को ब्रजेश को उनके घर से बुलाया गया और जमीन दिखाने के बहाने उन्हें रुस्तमपुर-हिम्मतपुर दियारा ले जाया गया. वहां पर ब्रजेश की हत्या कर शव को गंगा में फेंक दिया गया. टावर लोकेशन से हुआ खुलासादो दिसंबर को ब्रजेश की पत्नी सुनीता देवी ने अपहरण का मामला रामकृष्णा नगर थाने में दर्ज कराया. इस पर पुलिस छानबीन में जुटी. छह दिसंबर को एसएसपी मनु महाराज के दिशा-निर्देशन में घटना के दिन ब्रजेश के मोबाइल का टावर लोकेशन देखा गया. इस पर लोकेशन दियारा में मिला. इसी लोकेशन पर दो अन्य नंबर भी मिले. इस पर पुलिस ने एक बार फिर से सुनीता देवी को थाने बुला कर पूछताछ की. उसने बताया कि जब वह घर से निकले थे, तो बताया था कि रविशंकर के पास पैसा लेने जा रहे हैं. इस पर पुलिस ने रविशंकर को उठाया. पूछताछ में सारा मामला खुल गया. उसकी निशानदेही पर मनोज राय पकड़े गये. बाकी आरोपित फरार चल रहे हैं. पुलिस छापेमारी कर रही है.

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