चेन्नई में मौसम होगा कमजोर, तब बिहार में आयेगी कड़ाके की ठंड

पिछले तीन साल के मुकाबले अधिक रहा सात दिसंबर का न्यूनतम तापमान प्रहलाद कुमार पटना : चेन्नई के मौसम में आये बदलाव ने बिहार को फिलहाल ठंड से थोड़ी राहत दी है. यही वजह है कि पिछले तीन साल के मुकाबले सात दिसंबर को न्यूनतम तापमान तीन से छह डिग्री तक अधिक रहा. मौसम विज्ञान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2015 6:40 AM
पिछले तीन साल के मुकाबले अधिक रहा सात दिसंबर का न्यूनतम तापमान
प्रहलाद कुमार
पटना : चेन्नई के मौसम में आये बदलाव ने बिहार को फिलहाल ठंड से थोड़ी राहत दी है. यही वजह है कि पिछले तीन साल के मुकाबले सात दिसंबर को न्यूनतम तापमान तीन से छह डिग्री तक अधिक रहा.
मौसम विज्ञान केंद्र की मानें, तो जब तक चेन्नई का मौसम कमजोर नहीं होगा, तब तक यहां ठंड नहीं बढ़ेगी. रविवार को चेन्नई के मौसम में बदलाव आने पर सूबे में मध्यरात्रि के बाद ठंड बढ़ी थी. लेकिन दोबारा नमी बढ़ने से लोगों को दिन में ठंड महसूस नहीं हुई. मौसम विभाग के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस बार ठंड आने में अभी एक सप्ताह से अधिक समय लग सकता है.
चेन्नई के मौसम में आ रहे हर दिन के बदलाव से दूर-दूर तक नमी फैल गयी है. ऐसे में धरती से 56 किलोमीटर से 300 किलोमीटर तक नमी फैल जाती है. हालात यह है कि मौसम के बदलाव से सुबह में कोहरा 100 मीटर ऊपर तक रहता है और नमी बढ़ी रहती है. इस कारण से दिन का तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस रहता है, जो लोगों को ठंड महसूस नहीं होने देता है. दूसरी ओर सात दिसंबर तक न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहना चाहिए था, लेकिन अभी का तापमान 15.6 है, जो पांच डिग्री सेल्सियस का अंतर है.
गेंहू व रबी की फसल पर पड़ेगा असर
नमी के जल्द नहीं हटने से गेंहू व रबी की फसल की पैदावार पर असर पड़ेगा. फसल मरेगा नहीं, लेकिन पैदावार पूरी तरह से खराब होने की संभावना है. इस कारण से फसल के दृष्टिकोण से भी नमी को हटना चाहिए, लेकिन इसकी संभावना अभी अगले दो-चार दिनों तक नहीं दिख रही है.
चेन्नई में जब तक मौसम कमजोर नहीं होगा, यहां ठंड बढ़ने की संभावना कम है. सोमवार की सुबह नमी हटने लगी थी, लेकिन चेन्नई का मौसम दोबारा से मजबूत हो गयी है. इस कारण से अभी यह कहना मुश्किल होगा कि अगले एक सप्ताह में भी कड़ाके की ठंड नहीं आयेगी. एके सेन, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र

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