जनकवि वद्रिोही के निधन पर शोक जाहिर किया
जनकवि विद्रोही के निधन पर शोक जाहिर कियालाइफ रिपोर्टर पटनाजन संस्कृति मंच ने जनकवि रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ के निधन पर गहरा शोक जाहिर किया है. उनकी मृत्यु 8 दिसंबर, 2015 को हुई. जन संस्कृति मंच के महासचिव प्रणय कृष्ण ने कहा कि विद्रोही की कविता में उनके व्यक्तिगत दुख कहीं नहीं है, हर कहीं समूह […]
जनकवि विद्रोही के निधन पर शोक जाहिर कियालाइफ रिपोर्टर पटनाजन संस्कृति मंच ने जनकवि रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ के निधन पर गहरा शोक जाहिर किया है. उनकी मृत्यु 8 दिसंबर, 2015 को हुई. जन संस्कृति मंच के महासचिव प्रणय कृष्ण ने कहा कि विद्रोही की कविता में उनके व्यक्तिगत दुख कहीं नहीं है, हर कहीं समूह के ही दुख, तकलीफ, आस्था और मुक्ति के नग्में हैं. विद्रोही खुद को लोगों में घुलाकर ही कवि बने. उनकी कविता बोलचाल से निकली गंभीर अर्थों, मुक्ति के भव्य आशयों, महान स्वप्नों वाली कविता है. उन्होंने अपने भौतिक अस्तित्व की रक्षा के लिए किसी से कोई गुहार नहीं लगाई.