बिहार में बैंक डकैती का टूटा रिकार्ड, एक महीने में 12 घटनाएं
पटना : राज्य में पिछले एक महीने के दौरान लूट की 29 और डकैती की आठ घटनाएं हुईं हैं. इसमें बैंक डकैती या लूट की करीब एक दर्जन घटनाएं हैं. एक दर्जन बैंक लूट की घटनाओं में आधी घटनाओं को ही सुलझाने में स्थानीय पुलिस कामयाब हो पायी है. आधे से ज्यादा बैंक लूट या […]
पटना : राज्य में पिछले एक महीने के दौरान लूट की 29 और डकैती की आठ घटनाएं हुईं हैं. इसमें बैंक डकैती या लूट की करीब एक दर्जन घटनाएं हैं. एक दर्जन बैंक लूट की घटनाओं में आधी घटनाओं को ही सुलझाने में स्थानीय पुलिस कामयाब हो पायी है. आधे से ज्यादा बैंक लूट या डकैती की घटनाओं के सुराग अभी तक अनसुलझे हुए हैं. इसमें नालंदा के बिहारशरीफ के बैंक से लूटे गये करीब 42 लाख रुपये का सबसे बड़ा मामला भी है, जिसमें अभी तक कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला है. कई घटनाओं का तो ओर-छोर तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है. अपराधियों के बैंक लूट की घटना को अंजाम देने के बाद गायब हो जाने की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है. बैंक लूट की घटनाएं हुई और इसमें शामिल गिरोहों को दबोचने के लिए अब सीआइडी के स्तर पर जांच शुरू की जायेगी.
सभी जिलों से मांगी घटनाओं की रिपोर्ट
सीआइडी ने बैंक डकैती में शामिल गिरोहों को दबोचने के लिए सभी जिलों से डिटेल रिपोर्ट मांगी है. इसमें सभी जिलों को अपने-अपने यहां हुई डकैती की घटनाओं के बारे में वस्तिृत जानकारी देनी है. कब-कब कौन सी घटनाएं हुई, घटनाओं का मोडस-ऑपरेंडी क्या रहा है, इन घटनाओं में कितने लोगों की अब तक गिरफ्तारी हुई है, जिनकी गिरफ्तारी हुई उनमें कितने जेल में बंद हैं और कितने बाहर हैं, बेल पर छूटकर आने के बाद ये अपराधी क्या कर रहे हैं, इनकी वर्तमान स्थिति क्या है, इस तरह के अन्य सभी सवालों के सेट के आधार पर रिपोर्ट तैयार करके सभी जिलों के भेजनी है. किस घटनाओं में कितनी लूट हुई थी, घटना स्थल कहां और क्या था. इन बातों का भी उल्लेख करना है.
रिपोर्ट के बाद कार्रवाई
इस तरह की रिपोर्ट के आधार पर बैंक लूट की घटनाओं की गंभीरता से तहकीकात करने में मदद मिलेगी. इसमें कितने गिरोह शामिल हैं, इनकी पहचान होने के साथ-साथ इसके सदस्यों की गिरफ्तारी आसानी से हो सकेगी. बैंक लूटेरों का जड़ से सफाया करने में पुलिस को काफी मदद मिलेगी.
एक को छोड़कर अन्य किसी में पूरी सफलता नहीं
सभी बैंक डकैती नवंबर महीने में ही हुए थे. इसमें मोतिहारी के सिंधवलिया थाना क्षेत्र में बैंक से 3.36 लाख रुपये लूटे गये थे. इसमें 1.35 लाख रुपये, छह वाहनों के साथ छह लूटेरों को भी गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा पूर्णिया के बैंक लूट मामले में एक की गिरफ्तारी हुई है. कोई बरामदगी नहीं हुई है. वैशाली में दो बैंक लूट की घटनाएं हुई थीं, इसमें एक मामले में 1.26 लाख रुपये बरामद और कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई है. मोतिहारी बैंक लूट के मामले को छोड़कर अन्य किसी मामले में अभी तक पूरी गिरफ्तारी और बरामदगी नहीं हुई है. नालंदा के बिहारशरीफ में हुई सबसे बड़ी बैंक लूट के मामले को पुलिस अभी तक नहीं सुलझा पायी है. यह सबसे बड़ी चुनौती के रूप में पुलिस के सामने मौजूद है.