इस समझौते से तैयार होगी शोध की जमीन
इस समझौते से तैयार होगी शोध की जमीनआइआइटी पटना और ऑलबर्ग यूनिवर्सिटी ने किये एमओयू पर साइनदोनों संस्थानों के डायरेक्टर ने किये हस्ताक्षरनयी खोज और रिसर्च को साझा करने का किया निर्णयलाइफ रिपोर्टर @ पटनाआइआइटी पटना और सेंटर फॉर टेली इन्फ्रास्ट्रक्चर, सीटीआइएफ ऑलबर्ग यूनिवर्सिटी ने बुधवार को आपसी सहयोग के एक समझौते (एमओयू) पर साइन […]
इस समझौते से तैयार होगी शोध की जमीनआइआइटी पटना और ऑलबर्ग यूनिवर्सिटी ने किये एमओयू पर साइनदोनों संस्थानों के डायरेक्टर ने किये हस्ताक्षरनयी खोज और रिसर्च को साझा करने का किया निर्णयलाइफ रिपोर्टर @ पटनाआइआइटी पटना और सेंटर फॉर टेली इन्फ्रास्ट्रक्चर, सीटीआइएफ ऑलबर्ग यूनिवर्सिटी ने बुधवार को आपसी सहयोग के एक समझौते (एमओयू) पर साइन किया. आइआइटी पटना के डायरेक्टर प्रोफेसर पुष्पक भट्टाचार्य और सीटीआइएफ के डायरेक्टर प्रोफेसर रामजी प्रसाद ने साइन किया. यह जानकारी आइआइटी पटना की तरफ से जारी विज्ञप्ति में दी गयी. इस मौके पर रजिस्ट्रार सुभाष पांडेय के साथ अन्य लोग उपस्थित थे.करेंगे एक-दूसरे का सहयोगइस एमओयू के जरिये दोनों ही संस्थान आज के युवा इंजीनियर और रिसर्च के साथ नयी खोज के लिए इंस्पायर करेगा. साथ ही यह आंत्रप्रेन्योर के लिए भी मदद करेगा. ज्ञात हो कि सीआइएफटी पूरी दुनिया में लीडिंग रिसर्च संस्थानों में अपना अहम स्थान रखता है. इस समझौते के जरिये दोनों ही संस्थान अपने नये और लेटेस्ट डेवलपमेंट के द्वारा अपने स्टूडेंट्स और फैकल्टी के नॉलेज को बेहतर कर सकेंगे. इस मौके पर आइआइटी पटना के डायरेक्टर प्रोफेसर पुष्पक भट्टाचार्य ने आइआइटी पटना के एकेडमिक और रिसर्च के बारे में जानकारी भी दी. वहीं प्रोफेसर रामजी प्रसाद ने अपने संबोधन में ह्यूमन बांड कम्यूनिकेशन बियांड 2050 के बारे में जानकारी दी, जो कि आज वायरलेस कम्यूनिकेशन के क्षेत्र को इंगित करता है. प्रोफेसर प्रसाद ने कहा कि पटना में भी 5जी तकनीक विकसित करने के लिए कंपनी स्थापित की जाये. इस मौके पर उन्होंने स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित भी किया.