60 हजार होंगे बेबस
परेशानी. आज से ठप हो जायेंगी नगर सेवा की 40 बसें पटना : राजधानी पटना की शहरी परिवहन सेवा शुक्रवार से ठप हो जायेगी. बिहार शहरी परिवहन सेवा लिमिटेड का संचालन करनेवाली एजेंसी एबी ग्रेन स्प्रेट प्राइवेट लिमिटेड ने बसों के संचालन से अपना हाथ खींच लिया है. इससे शहर के यातायात को सुगम बनानेवाली […]
परेशानी. आज से ठप हो जायेंगी नगर सेवा की 40 बसें
पटना : राजधानी पटना की शहरी परिवहन सेवा शुक्रवार से ठप हो जायेगी. बिहार शहरी परिवहन सेवा लिमिटेड का संचालन करनेवाली एजेंसी एबी ग्रेन स्प्रेट प्राइवेट लिमिटेड ने बसों के संचालन से अपना हाथ खींच लिया है. इससे शहर के यातायात को सुगम बनानेवाली 40 बसें ठप पड़ जायेंगी.
इससे रोजाना करीब 60 हजार यात्री प्रभावित होंगे. इधर बुडको के प्रबंध निदेशक एनके सिंह ने बताया कि एजेंसी को सेवा ठप करने के लिए मना किया गया है. अगर कोई समस्या है, तो मिल कर वह बात करने को तैयार हैं. दरअसल बसों का परिचालन करनेवाली एजेंसी को बुडको द्वारा खरीदी गयी 101 नयी बसों के परिचालन करने का अधिकार नहीं दिया गया है. इन बसों का परिचालन सरकार बीएसआरटीसी के माध्यम से संचालित करना चाहती है.
इधर एबी ग्रेन स्प्रेट प्राइवेट लिमिटेड के जीएम ऑपरेशन विशाल सिंह ने बताया कि बुडको द्वारा एजेंसी के साथ किये गये एग्रीमेंट का पालन नहीं किया जा रहा था. एक साल से बसों का परिचालन व मेंटनेंस किया जा रहा है, जबकि इसके लिए बुडको की ओर से कोई संरचना नहीं तैयार की गयी. इसके कारण न बसों का उचित रखरखाव हो रहा है और न ही कोई वर्किंग स्टेशन ही तैयार कराया गया.
260 बसों का एग्रीमेंट, मिलीं महज 40
शर्तों के अनुसार एजेंसी को पटना शहर में कुल 260 बसों के संचालन का एग्रीमेंट किया गया था.
अब सरकार 40 बसों के अलावा नयी बसें देने को तैयार नहीं है. इसके साथ ही बुडको पर एजेंसी का एक करोड़ का बकाया हो गया है. पटना में यातायात को गति देने के लिए नगर बस सेवा की शुरुआत की गयी थी. पहले चरण में 20 बसों की खरीद हुई और इसका उद्घाटन 14 अगस्त, 2014 को किया गया. सितंबर माह में पुन: 20 बसों को परिचालन एजेंसी को सौंपा गया. इसके बाद से एक भी नयी बस की खरीद नहीं हो सकी.
… तो बढ़ जायेगी ऑटो की मनमानी
अगर बुडको द्वारा चलायी जा रही रिंग बसें बंद हुई तो पहले से चल रही पीली नगर सेवा की बसों और ऑटो की मनमानी बढ़ जायेगी. पटना जंकशन से दानापुर, खगौल, कंकड़बाग, अगमकुआं व अशोक राजपथ सहित कई रूटों पर प्रतिदिन चलने वाली बुडकों की तीन दर्जन से अधिक बसों पर प्रतिदिन करीब 60 हजार यात्री सफर करते हैं.
अधिक क्षमता व स्पेश होने से यह बसें आम यात्रियों के लिए आरामदायक भी होती हैं. इसमें किराया भी ऑटो व पीली नगर बस सेवा के मुकाबले कम लगता है. रिंग बस बंद होने पर यकायक यात्रियों का बोझ बढ़ जायेगा, जिससे ऑटो चालक मनमाना किराया वसूलना शुरू कर देंगे.