नफ्टि, नाटा एवं जेइइ आर्किटेक्चर के लिये फास्ट-ट्रैक कोर्स की शुरुआत
निफ्ट, नाटा एवं जेइइ आर्किटेक्चर के लिये फास्ट-ट्रैक कोर्स की शुरुआतपटना. आरएफएस (एकेडमी आॅफ डिजाइन ) निफ्ट, नाटा एवं जेइइ आर्किटेक्चर के लिये फास्ट-ट्रैक कोर्स की शुरुआत करने जा रही है. आरएफएस के चेयरमैन प्रो राज चित्रकार ने घोषणा कि की एनआइडी (नेशनल इंस्टीच्यूट आॅफ डिजाइन) निफ्ट (नेशनल इन्टीच्यूट आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी) नाटा, एवं जेईइ […]
निफ्ट, नाटा एवं जेइइ आर्किटेक्चर के लिये फास्ट-ट्रैक कोर्स की शुरुआतपटना. आरएफएस (एकेडमी आॅफ डिजाइन ) निफ्ट, नाटा एवं जेइइ आर्किटेक्चर के लिये फास्ट-ट्रैक कोर्स की शुरुआत करने जा रही है. आरएफएस के चेयरमैन प्रो राज चित्रकार ने घोषणा कि की एनआइडी (नेशनल इंस्टीच्यूट आॅफ डिजाइन) निफ्ट (नेशनल इन्टीच्यूट आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी) नाटा, एवं जेईइ आर्किटेक्चर की आगामी वर्ष होने वाली प्रवेश परीक्षा को ध्यान में रखते हुए आरएफस टाॅप 20 टेस्ट-सीरीज भी चलायेगी. इस टेस्ट-सीरीज में गरीब परिवार के बच्चों एवं मेधावी छात्राओं को विशेष मौका दिया जाएगा. प्रो राज ने टेस्ट-सीरीज के संदर्भ में बताया कि टेस्ट सीरीज में तैयार किए गये सिलेबस एवं प्रश्नप्रत्र निफ्ट, एनआइडी, नाटा एवं जेइइ आर्किटेक्चर के प्रवेश परीक्षा को ध्यान में रखकर ही तैयार किए गये हैं.विदित हो कि एनआइडी की लिखित परीक्षा 10 जनवरी 2016 को होगी निफ्ट की लिखित परीक्षा 14 फरवरी 2016 को तथा जेइइ आर्किटेक्चर की लिखित परीक्षा 3 अप्रैल 2016 को होगी. प्रो राज ने बताया कि टाॅप 20 टेस्ट-सीरीज की शुरुआत बोरिंग रोड चैराहा स्थित सुमति पैलेस में संचालित आरएफएस में दिसंबर, 2015 से 10 फरवरी 2016 तक की जाएगी, जबकि संस्थान द्वारा फास्ट-ट्रैक कोर्स के लिए एडमिशन प्रक्रिया प्रतिवर्ष टाॅप 20 टेस्ट-सीरीज के साथ शुरू की जाती है. संस्थान द्वारा फास्ट ट्रैक कोर्स चलाने एवं 20 टेस्ट-सीरीज शुरू करने की वजह बताते हुए प्रो राज ने बताया कि आरएफएस द्वारा प्रतिवर्ष निफ्ट, एनआइडी नाटा एवं जेइइ आर्किटेक्चर की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने के लिए सिर्फ 120 बच्चों का ही दाखिला लिया जाता है. उन्हें संस्थान में 6-9 माह में ही इस कदर तैयारी कराई जाती है कि उनमें अधिकांश बच्चे दाखिला पाने मेें कामयाब हो जाते हैं. विदित हो कि वर्ष 2015 में संस्थान के 100 में 98 बच्चों ने निफ्ट की प्रवेश परीक्षा में सफलता पायी थी.आरएफएस के बच्चों की इसी सफलता को देखते हुए बिहार सहित अन्य राज्यों, यथा- दिल्ली, मुम्बई, कलकत्ता, बंगाल एवं नेपाल से भी बच्चे यहां पढ़ने के लिए आते हैं, लेकिन 120 बच्चों को ही दाखिला मिल पाने की बाध्यता के कारण उन्हें बैरंग वापस लौट जाना पड़ता रहा है. ऐसे छात्र-छात्राओं की निराशा को दूर करने के लिए आरएफएस ने यह तय किया है कि निःशुल्क टाॅप 20 टेस्ट-सीरीज आयोजित कर एवं फास्ट-ट्रैक कोर्स चला कर उन्हें मौका दिया जाये.