कचरे में अब मरजी का टेंडर
बात नहीं बनी, तो निगम खुद करेगा डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन पटना : डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को लेकर नगर निगम अब इस क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों की राय लेगा. कंपनियों के साथ बैठक कर उनसे सुझाव मांग कर उसके अनुरूप टेंडर तैयार किया जायेगा. यही नहीं, अगर बात नहीं बनी, तो निगम अपने स्तर […]
बात नहीं बनी, तो निगम खुद करेगा डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन
पटना : डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को लेकर नगर निगम अब इस क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों की राय लेगा. कंपनियों के साथ बैठक कर उनसे सुझाव मांग कर उसके अनुरूप टेंडर तैयार किया जायेगा. यही नहीं, अगर बात नहीं बनी, तो निगम अपने स्तर से कचरा कलेक्शन कराने को पर्याप्त संख्या में रिक्शे-ठेलाें की खरीद और वार्ड स्तर पर 20 अतिरिक्त मजदूर की बहाली कर सकता है.
पांच माह के बाद शनिवार को मेयर अफजल इमाम की अध्यक्षता में हुई स्थायी समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया. उपकरण की खरीद बुडको या विभाग के माध्यम से शीघ्र करने को लेकर भी अगली बैठक में प्रस्ताव मांगा गया है. 16 फॉगिंग मशीन खरीदने का प्रस्ताव विभाग को भेजने का फैसला लिया गया.
बैठक में नगर आयुक्त जय सिंह ने डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन पर कहा कि निगम को 18 भागों में बांटा गया है, जिनको 72 भागों में बांट कर टेंडर निकालने की आवश्यकता है.
इस पर मेयर अफजल इमाम ने कहा कि देश के सभी नगर निगमों में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को लेकर एक एजेंसी कार्य कर रही है. छोटे-छोटे भागों में बांट कर टेंडर निकालेंगे, तो एजेंसियां फिर टेंडर में शामिल नहीं होगी. इसको लेकर एजेंसियों से सुझाव की मांग करें या निगम अपने स्तर से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को लेकर प्रस्ताव तैयार करे.
रात्रि सफाई को और सुदृढ़ किया जाये : बैठक में मेयर ने नगर आयुक्त से रात्रि सफाई पर रिपोर्ट मांगी. नगर आयुक्त ने कहा कि नूतन राजधानी में 100, बांकीपुर में 60, कंकड़बाग में 30 और पटना सिटी में 60 रात्रि सफाई मजदूर हैं. मेयर ने कहा कि जिस वार्ड में रात्रि सफाई हो रही है, वहां के पार्षद को भी इसकी सूचना दे दें, ताकि वे भी रात में होनेवाली सफाई पर निगरानी रखें.
उन्होंने अशोक राजपथ से एनआइटी तक बेहतर सफाई सुनिश्चित कराने की भी बात कही. साथ ही हर कूड़ा प्वाइंट पर चूना व ब्लीचिंग का छिड़काव करने का कहा.
अनुकंपा अभ्यर्थियों की बहाली का रास्ता साफ
लंबे समय से अनुकंपा अभ्यर्थियों की बहाली नहीं हो रही थी. लेकिन, अब बहाली का रास्ता साफ हो गया. स्थायी समिति की बैठक में ही 212 अनुकंपा अभ्यर्थियों की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी गयी.
साथ ही 49 आठवीं पास अभ्यर्थियों के आवेदन की जांच की जायेगी. निगम में कुछ कर्मचारी मूल पद छोड़ अन्य दूसरे पद पर कार्यरत हैं, ऐसे कर्मचारियों को मूल पद पर रखने का भी निर्णय लिया गया है. बैठक में सार्वजनिक स्थलों पर यूरिनल व प्याऊ निर्माण के नक्शे व स्थान की मांग की गयी. बैठक में डिप्टी मेयर अमरावती देवी, स्थायी समिति के सदस्य के अलावा कार्यपालक पदा विशाल आनंद, इरफान आलम, मुख्य अभियंता आदि भी मौजूद थे.
वन विभाग को दिये गये पार्कों को किया रद्द
निगम क्षेत्र के 70 पार्कों के रखरखाव वन व पर्यावरण विभाग को करना था. इस पर होनेवाले खर्च का भुगतान नगर आवास विकास विभाग को करना था. इस निर्णय के आलोक में निगम क्षेत्र के पांच पार्कों को वन विभाग को हस्तांतरित भी कर दिया गया. बैठक में मेयर सहित स्थायी समिति सदस्यों ने वन विभाग को हस्तांतरित पार्क को रद्द करते हुए कहा है कि विभाग रखरखाव को लेकर निगम को राशि उपलब्ध कराये और निगम अपने स्तर से रखरखाव करेगा.
होल्डिंग टैक्स वसूली के लिए लगेगा कैंप
बैठक में नगर आयुक्त ने होल्डिंग टैक्स वसूली में बढ़ोतरी को लेकर आठ और नागरिक सुविधा केंद्र चालू करने का प्रस्ताव दिया, जिसको मेयर ने खारिज करते हुए कहा कि पटना सिटी अंचल में 50 हजार मकान होल्डिंग के दायरे में हैं, लेकिन नौ हजार मकान मालिक ही प्रोपर्टी टैक्स रिटर्न (पीटीआर) भरे हैं. इसको लेकर वार्ड स्तर पर कर-संग्राहकों की मदद से कैंप लगाये जायें और पीटीआर भरवाने के साथ-साथ टैक्स की वसूली करें.