विकलांग को बनाया मानसिक रोगी
विकलांगता प्रमाणपत्र बनाने में सामने आया फर्जीवाड़ा, डीएम ने बनायी जांच कमेटी पटना : पटना जिले में विकलांगता प्रमाणपत्र बनाने में जबरदस्त फर्जीवाड़ा हो रहा है. नौबतपुर में जब इसके लिए कैंप लगाया गया, तो ऐसे कई मामले प्रकाश में आये. यहां बैजंती देवी, सबूजा देवी, लीला देवी, रानी देवी समेत कई के मामले सामने […]
विकलांगता प्रमाणपत्र बनाने में सामने आया फर्जीवाड़ा, डीएम ने बनायी जांच कमेटी
पटना : पटना जिले में विकलांगता प्रमाणपत्र बनाने में जबरदस्त फर्जीवाड़ा हो रहा है. नौबतपुर में जब इसके लिए कैंप लगाया गया, तो ऐसे कई मामले प्रकाश में आये. यहां बैजंती देवी, सबूजा देवी, लीला देवी, रानी देवी समेत कई के मामले सामने आये. नौबतपुर के बीडीओ ने जब इन लोगों से बात की, तो वे स्तब्ध रह गये.
उन्हें इस फर्जीवाड़े में बड़े गिरोह का हाथ होने की आशंका लगी. उन्होंने इस संबंध में डीएम संजय कुमार अग्रवाल को रिपोर्ट की. डीएम ने जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है. कमेटी जल्द ही पूरे मामले की तफतीश कर अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी. दो सदस्यीय जांच टीम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी और सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा को शामिल किया गया है.
आशा की भी सामने आयी भूमिका
शुरुआती पड़ताल में इस फर्जीवाड़े में आशा कार्यकर्ताओं की भी भूमिका सामने आयी है. ममता देवी नामक प्रमाण पत्र धारी ने बीडीओ को जो बयान दिया है, उसके अनुसार उनसे पिपलावां की आशा कार्यकर्ता ने इस सर्टिफिकेट के एवज में 1500 रुपये लिये थे. अब जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि सच्चाई क्या है? लेकिन, एक बात तो तय है कि प्रखंडों में बननेवाले प्रमाणपत्र में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है.
जांच कमेटी गठित
यह बेहद गंभीर मामला है. इसकी निष्पक्ष जांच होगी, जांच कमेटी गठित कर दी गयी है. इसके साथ ही प्रखंड विकास पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी को इसकी निगरानी की जिम्मेवारी दी गयी है. असामाजिक तत्वों की पहचान होते ही उन पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है.
– संजय कुमार अग्रवाल, डीएम, पटना