सीबीएसइ ने स्कूलों से नि:शक्त स्टूडेंट्स की मांगी लस्टि

सीबीएसइ ने स्कूलों से नि:शक्त स्टूडेंट्स की मांगी लिस्ट- 20 दिसंबर तक सीबीएसइ ने स्कूलों को लिस्ट भेजने का दिया निर्देश संवाददाता, पटनासीबीएसइ ने बोर्ड परीक्षा अौर स्कूल की फाइनल परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है. स्कूलों को परीक्षा संबंधित निर्देश दिये जा रहे हैं. इस बार तमाम स्कूलों से डिसेबल स्टूडेंट्स की लिस्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2015 9:56 PM

सीबीएसइ ने स्कूलों से नि:शक्त स्टूडेंट्स की मांगी लिस्ट- 20 दिसंबर तक सीबीएसइ ने स्कूलों को लिस्ट भेजने का दिया निर्देश संवाददाता, पटनासीबीएसइ ने बोर्ड परीक्षा अौर स्कूल की फाइनल परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है. स्कूलों को परीक्षा संबंधित निर्देश दिये जा रहे हैं. इस बार तमाम स्कूलों से डिसेबल स्टूडेंट्स की लिस्ट सीबीएसइ ने मांगी है. स्कूलों को अलग-अलग 9वीं से 12वीं तक के डिसेबल स्टूडेंट्स की लिस्ट बोर्ड को उपलब्ध करानी है. इसके लिए सीबीएसइ ने 20 दिसंबर तक का ही समय स्कूलों को दिया है.9वीं और 11वीं में ओटबा का अलग प्रश्न पत्र इस बार 9वीं और 11वीं में ओपेन टेक्स्ट बेस्ड एसेसमेंट (ओटबा) के अंतर्गत डिसेबल स्टूडेंट्स के लिए अलग प्रश्न पत्र तैयार किये जायेंगे. इसको लेकर सीबीएसइ ने स्कूलों से स्टूडेंस्स की लिस्ट मांगी है. पहली बार 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट की फाइनल परीक्षा में ओटबा के तहत प्रश्न पूछे जायेंगे. स्कूल की फाइनल परीक्षा में पहली बार सीबीएसइ यह चेंज करने जा रहा है. डिसेबल स्टूडेंट्स के प्रश्न पत्र को अलग रखा जायेगा. जितनी संख्या, उतने प्रश्न पत्रवहीं इस बार बोर्ड परीक्षा को लेकर भी चेंज किया जा रहा है. जिस भी स्कूल में जितनी संख्या डिसेबल स्टूडेंट्स होंगे, उतने ही प्रश्न पत्र अलग से सीबीएसइ स्कूलों को उपलब्ध करवायेगा. यह नियम 10वीं और 12वीं के लिए अलग-अलग होगा. सीबीएसइ सूत्रों की मानें तो प्रश्न पत्र को बोर्ड खुद ही स्कूलाें को भेजेगा. इसमें इसका भी ख्याल रखा जायेगा कि स्टूडेंट की डिसेबिलिटी को फोकस किया जाये. राष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी जानकारीसीबीएसइ के अनुसार बोर्ड के रिजल्ट निकालने के समय अभी तक काफी दिक्कतें होती थी. सभी स्कूलों से अलग-अलग डाटा लेना होता था, लेकिन इस बार परीक्षा के समय से ही डिसेबल स्टूडेंट की संख्या का पता चल जायेगा. इससे किस स्कूल में कितने डिसेबल स्टूडेंट्स हैं, इसकी जानकारी अासानी से मिल जायेगी. इसके अलावा रिजल्ट में भी पता चल पायेगा कि कहां से कितने स्टूडेंट पास कर पाये हैं. डिसेेबल स्टूडेंब्स की मदद के लिए यह शुरू किया जा रहा है. इससे सीबीएसइ के पास बोर्ड परीक्षा में कितने डिसेबल स्टूडेंट्स शामिल हुए, इसकी जानकारी मिल जायेगी. परीक्षा लेने और रिजल्ट देने में बोर्ड को सुविधा होगी.राजीव रंजन सिन्हा, सिटी को-ऑर्डिनेटर, सीबीएसइ

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