कृषि भूमि ज्यादा होने के कारण नहीं बन रहे औद्योगिक जोन

कृषि भूमि ज्यादा होने के कारण नहीं बन रहे औद्योगिक जाेन- उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह ने व्यवसायियों के समक्ष बयां किया दर्द – चैंबर के सम्मान समारोह में कहा पलायन रोकना, औद्योगीकरण करना हमारा लक्ष्य संवाददाता, पटना बिहार के औद्योगीकरण की राह में कृषि भूमि क्या बाधा है? राज्य के नए उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2015 9:36 PM

कृषि भूमि ज्यादा होने के कारण नहीं बन रहे औद्योगिक जाेन- उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह ने व्यवसायियों के समक्ष बयां किया दर्द – चैंबर के सम्मान समारोह में कहा पलायन रोकना, औद्योगीकरण करना हमारा लक्ष्य संवाददाता, पटना बिहार के औद्योगीकरण की राह में कृषि भूमि क्या बाधा है? राज्य के नए उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह को तो कम से कम यही लगता है. उनका मानना है कि प्रदेश में कृषि योग्य भूमि ज्यादा रहने के कारण औद्योगिक जाेन बनाने में बाधा आती है. बिहार चैंबर के व्यवसायियों के समक्ष उन्होंने यह दर्द बयां करते हुए कहा कि हमें इसी में उद्योग के लिए जमीन की तलाश करनी होगी क्योंकि उद्योग लगाने के लिए जमीन ताे चाहिए ही. उन्होंने सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि से जुड़े खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में संभावनाएं ज्यादा है. हम इससे संबंधित उद्योग को स्थापित करने की राह में आगे बढ़ेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि बियाडा में जमीन को खाली रहने देने से उद्योग का सपना साकार नहीं होगा. आकर्षक होगी नयी औद्योगिक नीति मंत्री ने कहा कि नयी औद्योगिक नीति आने वाली है जो व्यवसायियों के लिए काफी आकर्षक होगी. हम पुरानी नीति का अध्ययन कर रहे हैं और उद्योगपतियों से बात कर नई नीति बनायी जायेगी जिसमें पलायन रूके और औद्योगीकरण हो. हमारा यही लक्ष्य होगा. चैंबर हमारे सहयोग में है, सबकी भागीदारी बनी रहे इससे हम और आगे बढ़ेंगे.सिंगल विंडो बनायेंगे सशक्त उन्होंने आगे कहा कि व्यवसायियों के सहूलियत के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को सशक्त बनाएंगे. समीक्षा में यह बात प्रकाश में आयी है कि यहां फाइल के निबटारे में देर की जाती है. इसे दूर किया जायेगा, सिंगल विंडो पर ही सभी जरुरी काम निबटाये जायेंगे. टाइम फ्रेम के अंदर समाधान किया जायेगा. स्मॉल इंडस्ट्री को ज्यादा से ज्यादा मदद देंगे. चैंबर अध्यक्ष आेपी शाह ने कहा कि व्यवसायी सरकार के साथ कदम से कदम मिला कर चलेंगे. हमें प्रोत्साहन और मदद की आवश्यकता है. धन्यवाद ज्ञापन सेक्रेटरी जेनरल शशि मोहन ने किया.

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