भारतीय व्यापार मेला में राजस्थानी जूती का कलेक्शन

भारतीय व्यापार मेला में राजस्थानी जूती का कलेक्शनकस्तुरबा महिला कल्याण समिति द्वारा आयोजित पाटलिपुत्रा मैदान में भारतीय व्यापार मेला में राजस्थान के उदयपुरिया ग्राम की तरफ से भी एक स्टॉल लगा है. इस स्टॉल में राजस्थानी मोजरी, जयपुरी चप्पल का बेहतरीन कलेक्शन है. इस ग्राम के 1500 से अधिक महिलाओं का समूह इन जूतियों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 6:21 PM

भारतीय व्यापार मेला में राजस्थानी जूती का कलेक्शनकस्तुरबा महिला कल्याण समिति द्वारा आयोजित पाटलिपुत्रा मैदान में भारतीय व्यापार मेला में राजस्थान के उदयपुरिया ग्राम की तरफ से भी एक स्टॉल लगा है. इस स्टॉल में राजस्थानी मोजरी, जयपुरी चप्पल का बेहतरीन कलेक्शन है. इस ग्राम के 1500 से अधिक महिलाओं का समूह इन जूतियों का निर्माण करती है. हाथ से बनी कारीगरी देखते ही उन्हें खरीदने की इच्छा होती है. एक दिन में मात्र दो जोड़ी मोजरी तैयार हो पाती है. इसे बनाकर ही उनका घर चलता है. एक जोड़ी का दाम डिजायन एवं कारीगरी के हिसाब से 200 से 350 रुपये है. अनिल कुमार रैगर ने बताया कि उनका यह खानदानी पेशा है. उनके दादा दल्ला राम रैगर ने इस काम की शुरुआत की. वे राजा-महाराजा की जूतियां बनाते थे. उनका यह हुनर उनके खानदान में परंपरागत रूप से चला आ रहा है. हस्तशिल्प विभाग, भारत सरकार से ये पंजीकृत हैं. पहले यह चमड़े की जूतियां बनाते थे, पर भारत सरकार के विभागीय डिजायन डेवलपमेंट प्रोग्राम एवं स्कील डेवलपमेंट कार्यक्रमों में सीखकर इनके हुनर में और निखार आया है. अब इनके गांव से विदेशों के पर्यटक सीधे खरीदते हैं या आसपास के पर्यटक स्थलों जैसे अजमेर, जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, पुस्कर, माउन्ट आबु से खरीदारी करते है. 20 दिसंबर तक चलने वाले इस मेले में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूलों के साथ खाने-पीने के शौकिनों के लिए स्टाॅल लगे हैं. ग्राफिक ट्रेड्स, पटना द्वारा लगाये गये स्टाॅल में एक बिल्कुल नये डिवाइस परसंग कराओके के साथ आप अपने गाने के शौक को पूरा कर सकते हैं. मेले में हर शाम 4 बजे से फिल्मी गीतों का कार्यक्रम होता है.

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