गरीबों की नीतीश कुमार को है चिंता
पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि जिसको सत्ता चलाने का खुद का अनुभव नहीं है वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता चलाने का नसीहत दे रहे हैं. मुख्यमंत्री शराब बंदी पर सभी संशय खत्म करते हुए शराब को बंद करना चाहते हैं. इसके लिए आगामी एक अप्रैल […]
पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि जिसको सत्ता चलाने का खुद का अनुभव नहीं है वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता चलाने का नसीहत दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री शराब बंदी पर सभी संशय खत्म करते हुए शराब को बंद करना चाहते हैं. इसके लिए आगामी एक अप्रैल 2016 से नई शराब नीति लागू होगी. शराबबंदी को लेकर कोई कन्फ्यूजन नहीं है. कोई कन्फ्यूजन होगा तो किसी के मन में होगा. सरकार के निश्चय में किसी प्रकार का कन्फ्यूजन नहीं है.
उन्होंने कहा कि शराब व्यवसायियों ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात की तो क्या बुरा हुआ? यहां किसी का रोजी रोटी बंद हो रहा है और वो किसी से गुहार भी नहीं लगा सकता?,
जबकि वो बिहार का निवासी है और अपना राजस्व जमा करता है. जब ऐसी बात है तो भाजपा नेता सुशील मोदी के नवरत्नों में जो शराब व्यवसायी हैं, उन्हें अपने पार्टी से अलग करें. संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चिंता गांव में रहने वाले गरीब लोगों के लिए हैं, जिसकी आमदनी सीमित है और शराब की लत इतनी बुरी है कि उनके परिवार को बर्बाद कर रही है.
महिलाएंं बहुत कष्ट में हैं और इसको लेकर समाज में अनेक प्रकार की कुरीतियां आ रही है व समाज बिगड़ रहा है. गांव के गरीब लोगों का परिवार शराब की बुरी लत के कारण कुपोषण का शिकार हो रहा है, जो पैसे शराब में खर्च कर देते हैं उस पैसे का उपयोग अगर खाने में करेंगे और अन्य प्रकार से करेंगे तो उनका जीवन स्तर उठेगा. ये सरकार के लिए चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी भ्रष्ट ऑफिसर के बारे में बयान दे रहे हैं तो उनको ये पता है कि नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस पर काम करते हैं.
किसी स्तर पर मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार को बढ़ावा नहीं देते हैं. नीतीश कुमार बिना सबूत के किसी भी भ्रष्ट अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं. नीतीश कुमार इस मर्यादा का अक्सर पालन करते हैं कि सामने वाले का सामाजिक सम्मान क्या है और उसको बेवजह परेशान नहीं करना चाहिए.