पटना : सगुना मोड़ के प्रियदर्शी मोटर्स के काले कारनामे की पोल खुल गयी है. इस एजेंसी ने बोलेरो की बुकिंग के नाम पर सात लाख रुपये ले लिये हैं और एक साल बाद भी ग्राहक को गाड़ी की डिलिवरी नहीं दी है. एक लाख कैश और 6,09992 लाख की डीडी देने के बाद ग्राहक चक्कर लगाकर थक गया है. चौकाने वाली बात है कि इस जालसाजी के बाद एजेंसी द्वारा अब ग्राहक से अभद्र व्यवहार किया जा रहा है. दानापुर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. मामले की छानबीन कर रही है.
15 जनवरी को करायी थी बुकिंग
दरअसल ऊर्जा नगर (खगौल) के रहनेवाले तारकेश्वर प्रसाद राय ने 15 जनवरी, 2015 को प्रियदर्शी मोटर्स में बोलेरो की बुकिंग करायी थी. इस दरौन एक लाख कैश और 23 जनवरी को छह लाख नौ हजार का डीडी तारकेश्वर से लिया गया. 24 जनवरी को हर हाल में गाड़ी डिलिवरी करने की बात कही गयी थी. लेकिन, ऐसा नहीं हो सका. एजेंसी ने फिर सात फरवरी को गाड़ी देने की बात कही. तारकेश्वर फिर एजेंसी पहुंचे, तो एक दो दिन के लिए टाल दिया गया. यह सिलसिला चार महीने तक जारी रहा. तारकेश्वर प्रसाद के अनुसार इसके बाद 12 अप्रैल को एजेंसी से तारकेश्वर के पास फोन आया और उन्हें बुलाया गया. इस बार एजेंसी ने रोहित ऑटोमोबाइल्स आरा के नाम से छह लाख 82 हजार का एक डीडी बनवाया और कहा कि वहीं से गाड़ी डिलिवरी हो जायेगी.
रोहित ऑटो मोबाइल्स वालों ने दिखा दिया ठेंगा
जानकारी के अनुसार तारकेश्वर आरा पहुंचे. वहां भी आश्वासन मिला कि डीडी का पैसा खाते में आने के बाद वह गाड़ी देगा. पैसा कैश हो गया, लेकिन गाड़ी नहीं दी गयी. इस संबंध में उनसे रोहित ऑटोमोबाइल्स के मालिक ने कहा कि प्रियदर्शी मोटर्स के पास 20 लाख रुपये बकाया है. पैसा उसी में एडजेस्ट हो गया है. गाड़ी नहीं मिल पायेगी. तारकेश्वर के होश उड़ गये.
फिर आया प्रियदर्शी के पास
इसके बाद वह वापस प्रियदर्शी मोटर्स में आया और एमडी निखिल प्रियदर्शी, सैल्स मैनेजर अरविंद, शैलेंद्र, फाइनेंस अरविंद, विश्वजीत पांडेय, एएसएम शास्वत पाल, आरएसएम संजय शर्मा से मिला और अपनी बात कही. इसके बाद भी उनको निराशा ही हाथ लगी है.
पुलिस कर रही जांच
दानापुर पुलिस ने मामला को दर्ज कर लिया है. पुलिस सूत्रों की मानें तो पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है. जल्द ही इस संबंध में लोगों से पूछताछ की जायेगी.
जूते घिस गये पर नहीं मिल रहा न्याय
तारीख पर तारीख पड़ती गयी और गाड़ी डिलिवर नहीं हो सकी. तारकेश्वर के जूते घिस गये, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ. पिछले दिनों उनके साथ एजेंसी पर अभद्र व्यवहार भी किया गया. इसके बाद उन्होंने दानापुर थाने में छह दिसंबर को 406 और 420 के तहत मामला दर्ज किया. आरोप है कि दोनों एजेंसियों ने मिलकर पैसा पचा लिया है. ग्राहक को सिर्फ घुमाया जा रहा है.