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गलत खान-पान से बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा

गलत खान-पान से बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतराफोटो जेपी देंगे – आइकॉन 2015 : 22वें वार्षिक सम्मेलन का समापन- सेमिनार में दो मरीजों का हुआ ओपेन बाइपास सर्जरीसंवाददता, पटनाअगर आपके फेफड़े में दर्द के साथ पसीना आता है, तो उसे आप हल्के में नहीं ले. तुरंत हॉस्पिटल पहुंचे. अनदेखी का नतीजा है कि कई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2015 9:35 PM

गलत खान-पान से बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतराफोटो जेपी देंगे – आइकॉन 2015 : 22वें वार्षिक सम्मेलन का समापन- सेमिनार में दो मरीजों का हुआ ओपेन बाइपास सर्जरीसंवाददता, पटनाअगर आपके फेफड़े में दर्द के साथ पसीना आता है, तो उसे आप हल्के में नहीं ले. तुरंत हॉस्पिटल पहुंचे. अनदेखी का नतीजा है कि कई लोगों की जान भी चली जाती है. ये बातें रविवार को होटल मौर्या में आयोजित इंडियन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के 22वें वार्षिक सम्मेलन के समापन समारोह में आइजीआइएमएस कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ बीपी सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि पटना सहित पूरे बिहार में हार्ट के मरीज बढ़ रहे हैं. गलत खान-पान और रहन-सहन के तरीकों में आये बदलाव की वजह से यह समस्या और अधिक बढ़ गयी है. उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक की समस्या अब कम उम्र के लोगों में भी देखने को मिल रही है. ऐसे में इसे ध्यान देने की जरूरत है.जटिल एंजियोग्राफी की सर्जरीतीन दिनों तक चले इस सेमिनार में दो एंजियोग्राफी और एंजियोप्लाॅस्टिक की बीमारी पर चर्चा हुई. आइजीआइएमएस के डॉ निशांत त्रिपाठी और डाॅ विष्णु प्रसाद ने कहा कि सेमिनार में दो मरीजों का ओपेन बाइपास सर्जरी हुआ. डॉ त्रिपाठी ने बताया कि लाइव वर्कशाप में भागलपुर के सतीश दास और पटना के सत्यानंद सिंह का जटिल एंजियोप्लाॅस्टिक किया गया. हार्ट रोगियों की संख्या में हो रहा है इजाफाडॉ एके झा ने कहा कि हार्ट रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. गलत खान-पान व रहन-सहन के कारण बीमारी बढ़ती जा रही है. इलाज के लिए आनेवाले अधिकांश मरीज बीमारी बढ़ने के बाद ही अस्पताल में पहुंचते हैं. पूछने पर कहते है कि बीमारी काफी दिनों से है. हम गांव में ही इसका इलाज करा रहे थे, पर बीमारी बढ़ गयी है.क्विज में निशांत अव्वलआइकाॅन के समापन के मौके पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्डियों से जुड़े सवाल में पूरे देश-विदेश से आये डॉक्टरों ने भाग लिया. इसमें आजीआइएमएस के डॉ निशांत त्रिपाठी को प्रथम स्थान मिला.

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