बिहार सरकार ने राज्य में पुलिस के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया तेज कर दी है. गृह विभाग ने बुधवार को पुलिस के 67 हजार नये पदों के सृजन का संकल्प जारी कर दिया है. इन पदों पर एक साल में करीब 4182 करोड़ 28 लाख रुपये खर्च आयेगा. बिहार पुलिस ने साल 2026 तक 2.56 लाख पुलिसकर्मी की जरूरत को पूरा करने का लक्ष्य बनाया है. कुल 67 हजार पदों में 48,447 पदों पर सीधी नियुक्ति होगी.
48,447 पदों पर सीधी नियुक्ति
बिहार पुलिस में सीधी नियुक्ति के तहत 48,447 पदों पर होने वाली नियुक्ति में 20 हजार 937 पद दारोगा और उसके समकक्ष होंगे. सिपाही चालक के 5500 और सिपाही के 22 हजार 10 पद हैं. इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (डायल-112) का दूसरा चरण लागू करने के लिए 19 हजार 288 पद भरे जायेंगे. डायल-112 के लिए इंस्पेक्टर रैंक में 259, दारोगा के 1829, जमादार के 1218, हवलदार के 2943, चालक हवलदार के 694, चालक सिपाही के 2353 और सिपाही के 9992 पद भरे जायेंगे. वित्त विभाग और कैबिनेट ने पहले ही इन पदों को मंजूरी दे दी है.
एक लाख 52 हजार 274 पद हैं स्वीकृत
रजिस्टर जनरल आफ इंडिया को आधार मानें, तो बिहार की जनसंख्या 2026 में करीब 13 करोड़ 22 लाख 65 हजार के पास पहुंच जायेगी. इस जरूरत को पूरा करने के लिए राज्य में करीब दो लाख 56 हजार 528 पुलिस कर्मियों की जरूरत होगी. जनवरी 2021 को प्रति एक लाख की आबादी पर पुलिसकर्मियों का राष्ट्रीय औसत 193.95 और बिहार का 116.52 है. वर्तमान में बिहार पुलिस में स्वीकृत पदों की संख्या एक लाख 52 हजार 274 है.
आंकड़ों पर एक नजर
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प्रति एक लाख आबादी पर 193 पुलिसकर्मियों का है राष्ट्रीय औसत
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बिहार में प्रति एक लाख आबादी पर 116 पुलिसकर्मी हैं अभी
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वर्ष 2026 तक बिहार की आबादी होगी 13.22 करोड़
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बिहार पुलिस में 2.56 लाख पुलिसकर्मियों की जरूरत होगी
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बिहार पुलिस में अभी स्वीकृत हैं 1.52 लाख पद
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1.04 लाख अतिरिक्त पदों के सृजन की आवश्यकता है