शिया समुदाय का दो माह आठ दिन का शोक समाप्त, निकला जुलूस-ए-अमारी

पटना सिटी: शिया समुदाय की ओर से हजरत इमाम-ए- हुसैन और उनके 72 अंसारों की शहादत पर रविवार को जुलूस-ए-अमारी निकाला गया. अंजुमन-ए-पंजेतनी की ओर से यह जुलूस नवाब बहादुर रोड स्थित चोआ लाल लेन से निकला. इसमें नौहाखानी करते व तकरीर करते जायरीन चल रहे थे. ऊंट पर लदी अमारी के साथ जुलूस अशोक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2015 2:27 AM
पटना सिटी: शिया समुदाय की ओर से हजरत इमाम-ए- हुसैन और उनके 72 अंसारों की शहादत पर रविवार को जुलूस-ए-अमारी निकाला गया. अंजुमन-ए-पंजेतनी की ओर से यह जुलूस नवाब बहादुर रोड स्थित चोआ लाल लेन से निकला. इसमें नौहाखानी करते व तकरीर करते जायरीन चल रहे थे. ऊंट पर लदी अमारी के साथ जुलूस अशोक राजपथ के मुख्य मार्ग पश्चिम दरवाजा, बेलवरगंज, शेखबूचर का चौराहा व पुरानी सिटी कोर्ट होते हुए नौजर कटरा इमामबाड़ा पहुंचा.

इस दरम्यान रास्ते में मौलाना की तकरीर हुई, जबकि जुलूस के नौजर कटरा इमामबाड़ा पहुंचने के उपरांत आयोजित मजलिस में मौलाना मुराद रजा रिजवी, फतेहपुर से आये मौलाना मुजावीर अख्तर , रविशंकर, लखनऊ से आये हैदर अंबर व झांसी के प्रेमचंद ने तकरीर की. जुलूस में अंजुमन पंतेजनी के अध्यक्ष तनवीरुल हसन तन्नू, सचिव सैयद अली इमाम,जुलूस के संयोजक सैयद तौकीर हैदर पप्पू, सैयद आरिफ हुसैन, अली अब्बास, मोहसिन परवेज,चमडोरिया इमामाबाड़ा के सचिव सैयद शाह जौहर इमाम जॉनी व शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सलमान हुसैन के साथ अन्य अंजुमन-ए- हैदरी, अंजुमन-ए-अब्बासिया, अंजुमन-ए-हुसैनिया, अंजुमन-ए-सज्जदिया और दस्त-ए-सज्जदिया समेत कई अंजुमन के लोग शामिल हुए.
जुलूस-ए-अमारी के बाद रविवार की शाम में शिया समुदाय की ओर से हजरत इमाम-ए- हुसैन और उनके 72 अंसारों की शहादत पर चुप ताजिया का जुलूस बौली इमामबाड़ा से निकला गया,जो अशोक राजपथ के मुख्य मार्ग पश्चिम दरवाजा, बेलवरगंज, शेखबूचर का चौराहा व पुरानी सिटी कोर्ट होते हुए नौजर कटरा इमामबाड़ा पहुंचा.यहां पर मजलिस हुई.
अंजुमन-ए-हुसैनिया की ओर आयोजित जुलूस के नौजर कटरा इमामबाड़ा पहुचंने पर अलविदा की नौहा अंजुमन के लोगों ने पढ़ा. इसके साथ ही मुहर्रम से आरंभ हुए दो माह आठ दिनों से चल रहे शोक का समापन हो गया.
अंजुमन-ए-अब्बासिया की ओर से अलविदाई मजलिस का आयोजन हुआ.कर्नल साहब के इमामाबाड़ा नौजर कटरा में आयोजित अलविदाई मजलिस में तकरीर के बाद उपस्थित अंजुमन के लोगों ने अलविदा नौहा पढ़ा. इस मौके पर सभी अंजुमन के लोग शामिल हुए.

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