नयी दिल्ली : जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इस बात पर सहमति बनी कि पार्टी के चुनाव चिह्न तीर छाप की जगह अन्य चुनाव चिह्न पर विचार किया जाये, क्योंकि यह दो अन्य दलों शिवसेना और झारखंड मुक्ति मोरचा के चुनाव चिह्न तीन-धनुष से मिलता-जुलता है. इसके कारण पार्टी को पिछले लोकसभा चुनाव और हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में इसका नुकसान उठाना पड़ा है.
विधानसभा चुनाव में कम-से-कम पांच सीटों पर जदयू को इसका खामियाजा उठाना पड़ा. इस पर चुनाव आयोग से बात करने के लिए पार्टी अध्यक्ष शरद यादव को अधिकृत किया गया. वरिष्ठ नेता व सांसद केसी त्यागी और आरसीपी सिंह इस मामले में चुनाव आयोग से मुलाकात कर चुके हैं.