नयी दिल्ली : जदयू ने भाजपा को हराने के लिए अन्य राज्यों में भी बिहार के तर्ज पर महागंठबंधन की कवायद शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यूपी में कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख चौधरी अजीत सिंह को एक साथ लाने की कोशिश में जुट गये हैं. सोमवार को नीतीश कुमार ने शरद यादव के आवास पर इस मुद्दे पर अजीत सिंह से लंबी बातचीत की. जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी और नीतीश के प्रमुख रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने इसमें अहम भूमिका निभायी.
सूत्रों के अनुसार, मुलाकात के बाद दोनों पक्षों ने सकारात्मक संकेत दिया. दोनों नेताओं ने इस बैठक को किस तरह तरजीह दी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस समारोह में सोनिया, मनमोहन, आडवाणी, राजनाथ, केजरीवाल, मुलायम जैसे दिग्गज मौजूद हो, वहां इन नेताओं ने एक अलग कमरे में बैठक की.
नीतीश-अजीत की नजदीकी इस कारण भी दिलचस्प है कि मुलायम सिंह यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले महागंठबंधन का साथ छोड़ दिया था. साथ ही अजीत सिंह की भाजपा से नजदीकी बढ़ने की खबरें आयी थीं. ऐसे में नीतीश का कांग्रेस व अजीत सिंह के साथ गंठबंधन का प्रयास बदलते समीकरण का संकेत है. इसके अलावा नीतीश असम में भी भाजपा के खिलाफ महागंठबंधन के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं.