2.40 लाख नकद समेत प्रॉपर्टी के कई कागजात जब्त
2.40 लाख नकद समेत प्रॉपर्टी के कई कागजात जब्तकार्रवाई. सारण डीडीसी के आवास व कार्यालय पर विशेष निगरानी इकाई का छापा, घंटों हुई तलाशी आय से अधिक संपत्ति के मामले में डीडीसी रविकांत तिवारी पर गिरी गाजछपरा के आवास, कार्यालय के अलावा पटना स्थित आवास की भी हुई तलाशी पटना के रुकनपुरा स्थित घर पर […]
2.40 लाख नकद समेत प्रॉपर्टी के कई कागजात जब्तकार्रवाई. सारण डीडीसी के आवास व कार्यालय पर विशेष निगरानी इकाई का छापा, घंटों हुई तलाशी आय से अधिक संपत्ति के मामले में डीडीसी रविकांत तिवारी पर गिरी गाजछपरा के आवास, कार्यालय के अलावा पटना स्थित आवास की भी हुई तलाशी पटना के रुकनपुरा स्थित घर पर भी जमीन से जुड़े कई कागजात मिले चार अन्य स्थानों पर जमीन और घर का चला पता पटना में ही दो अन्य स्थानों पर इनके घर होने के कागजात भी बरामदकुछ कागजात पटना के बाहर की प्रॉपर्टी के भी सारण जिप कार्यालय में भी बड़े स्तर पर गड़बड़ी की बात आयी सामने नियमों को ताक पर रख कर अवकाशप्राप्त कनीय अभियंता की की थी नियुक्तिसीवान में डीडीसी रहने के दौरान भी इन पर कई गड़बड़ियों की मिली थीं शिकायतेंएसवीयू की टीम कागजात की तहकीकात करने में जुटीएसवीयू की आइजी अनुपमा चंद्रा निलेकर ने की पुष्टि संवाददाता, छपरा/पटनासारण जिले के डीडीसी सह जिला पर्षद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी रविकांत तिवारी के सरकारी आवास और कार्यालय पर विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की टीम ने छापेमारी की. आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसवीयू की टीम ने मंगलवार को यह कार्रवाई की. इसके अलावा डीडीसी के पटना के रुकनपुरा स्थित घर पर भी एसवीयू ने छापेमारी की. देर शाम तक चले इस सर्च ऑपरेशन में जांच टीम ने उनके सारण और पटना के ठिकानों पर घंटों तलाशी की गयी. सारण के आवास से 2.40 लाख कैश के अलावा एक लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद की गयी. पिस्टल लाइसेंसी होने के कारण एसवीयू ने इसे जब्त नहीं किया, कैश समेत अन्य कई कागजात को जब्त कर लिया. इसमें शेयर, प्रॉपर्टी समेत अन्य स्थानों पर निवेश के कागजात शामिल हैं. इस छापेमारी की पुष्टि एसवीयू की आइजी अनुपमा चंद्रा निलेकर ने भी की है. इसके अलावा पटना के रुकनपुरा स्थित घर पर भी जमीन से जुड़े कई कागजात मिले हैं. इसमें चार अन्य स्थानों पर जमीन और घर का पता चला है. पटना में ही दो अन्य स्थानों पर इनके घर होने के कागजात भी बरामद हुए हैं. फिलहाल एसवीयू की टीम इन कागजात की तहकीकात करने में जुटी हुई है. तमाम छानबीन के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि पटना में रुकनपुरा के अलावा डीडीसी का अन्य किन-किन स्थानों पर फ्लैट या घर या जमीन मौजूद है. कुछ कागजात पटना के बाहर की प्रॉपर्टी के भी हैं. इनकी जांच भी गहनता से चल रही है. इसके बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि इनके खिलाफ कुल कितनी अवैध संपत्ति का मामला सही रूप में बनता है. मंगलवार को छपरा के जिला पर्षद स्थित कार्यालय में निगरानी की टीम ने घंटों छापेमारी की. इस दौरान कार्यालय में भी बड़े स्तर पर गड़बड़ी की बात सामने आयी है. इसमें नियमों को ताक पर रख कर अवकाशप्राप्त कनीय अभियंता गजेंद्र कुमार पांडेय की नियुक्ति तथा पूर्व जिला पर्षद अध्यक्ष मेहनाज खातून को नियमों को ताक पर रख कर उनके वाहन के तेल खर्च में भारी राशि का भुगतान करने की बात भी सामने आयी. निगरानी डीएसपी अंबरीश कुमार सिंह ने 5-6 घंटे जिला पर्षद के मुख्य भवन स्थित में मौजूद डीडीसी कार्यालय में कर्मियों से विभिन्न फाइलों को मंगवा कर अवलोकन किया. प्राप्त सूचना के अनुसार, सीवान में डीडीसी रहने के दौरान ही इन पर कई स्तर पर गड़बड़ियों की शिकायतें मिली थीं.