पटना : बिहार में एनडीए की सहयोगी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्यूलर (हम) अब अकेले दम पर बिहार में पार्टी चलाने के मूड में है. जीतन राम मांझी की पार्टी के प्रदेश स्तर के नेताओं ने इसके संकेत देने शुरू कर दिए हैं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वृषिण पटेल ने जो हालिया बयान दिया है उससे साफ लगता है कि पार्टी भाजपा से अपना नाता तोड़ सकती है.
हम के प्रदेश अध्यक्ष का मानना है कि बीजेपी के साथ वाली किसी भी पार्टी को अल्पसंख्यक वोटों से हाथ धोना पड़ सकता है. खासकर बिहार के अल्पसंख्यक और मुस्लिम तबके के लोग पार्टी से नाराज हो सकते हैं और इन समुदायों के वोट पार्टी को नहीं मिलेंगे. यह सभी समुदाय अपने आपको बीजेपीसे अलग मानते हैं.
पूर्व मंत्री और हम के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि बिना अल्पसंख्यकों को साथ लिए देश नहीं चल सकता. ऐसे में पार्टी को बीजेपी के साथ संबंधों पर विचार करने की आवश्यक्ता है. पार्टी की विधानसभा चुनाव में हार के बाद समीक्षा बैठक लगातार चल रही है. जिससे उभरकर इस तरह की बातें बिहार के सियासी हलकों में चल रही है.