तीन साल के बच्चे का अपहरण, पुलिस पूछ रही कहां तलाशें

तीन साल के बच्चे का अपहरण, पुलिस पूछ रही कहां तलाशें – 13 दिसंबर से लापता है बच्चा, अब तक कोई सुराग नहीं, नानी के घर से हुआ था गायब- रामकृष्णानगर पुलिस ने गुमशुदगी के बाद दर्ज किया अपहरण का मामला, पर नहीं ढूढ़ पा रही संवाददाता, पटना मां के साथ नानी के घर आया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2015 8:43 PM

तीन साल के बच्चे का अपहरण, पुलिस पूछ रही कहां तलाशें – 13 दिसंबर से लापता है बच्चा, अब तक कोई सुराग नहीं, नानी के घर से हुआ था गायब- रामकृष्णानगर पुलिस ने गुमशुदगी के बाद दर्ज किया अपहरण का मामला, पर नहीं ढूढ़ पा रही संवाददाता, पटना मां के साथ नानी के घर आया ऋषिकेश उर्फ घोंचू (दो वर्ष 11 महीना) दरवाजे से ही अपहृत कर लिया गया. 10 दिन पहले जकरियापुर शिवनगर से अगवा हुए बच्चे का अब तक पता नहीं चला है. मामले को दबा कर बैठी आरके नगर की पुलिस उलटे घरवाले से ही पूछ रही है कि हम कहां तलाशें. तुम्ही बताओ, कहां गया बच्चा? दरअसल, कंकड़बाग थाना क्षेत्र के अशोक नगर, रोड नंबर आठ के रहने वाले राकेश की पत्नी अपने बेटे ऋषिकेश के साथ 13 दिसंबर को अपने मायके आयी थी. कृष्ष्णा निकेतन स्कूल के पीछे जकरियापुर, शिवनगर में उसका मायका है. राकेश के अनुसार उसकी पत्नी दोपहर में मायके पहुंची और घरवालों से बात कर रही थी. दिन के 2.30 बजे थे, इस बीच खेलते-खेलते ऋषिकेश कहां गायब हो गया, पता नहीं चला. बहुत तलाश की गयी, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. इसके बाद राजेश भी ससुराल पहुंचा. उसने रामकृष्णानगर थाने में आवेदन दिया. इस पर पुलिस ने पहले गुमशुदगी का मामला दर्ज किया और फिर 72 घंटे बाद 363, 365 के तहत मामला दर्ज किया, पर बच्चे की तलाश नहीं कर पा रही है. चौंकाने वाली बात यह है कि मासूम के माता-पिता लगातार थाने का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही और थाना खरी-खरी जबाव दे रहा है. राकेश का कहना है कि थाना प्रभारी कह रहे हैं कि वेरिफिकेशन कराया गया है, लेकिन बच्चे का पता नहीं चला रहा है. तुम्हीं बताओ की कहां गया है बच्चा. सबको पता है कि तीन साल से भी कम उम्र का बच्चा खुद से कहीं नहीं जा सकता. आशंका है कि उसे अपहृत किया गया है, लेकिन पुलिस के बयान से उसकी लापरवाही झलक रही है.उठते सवाल रिटायर्ड आइएएस की पोती को चौबीस घंटे में बरामद किया, इसमें देरी क्यों? मासूम बच्चों के अपहरण मामले में पुलिस भी तब ही संज्ञान लेती है, जब मामला हाइप्रोफाइल रहता है. सनद रहे कि पाटलिपुत्रा कॉलोनी से वर्ष 2014 में रिटायर्ड आइएएस अधिकारी अंजुम साहब की पोती का अपहरण हुआ था. तत्कालीन एसएसपी मनु महाराज ने उसे चौबीस घंटे में बरामद कराया था और आरोपित चालक को गिरफ्तार किया था. इसमें पूरा महकमा लग गया था. वहीं, रामकृष्णा नगर थाने के इस मामले में थाना न तो संज्ञान ले रहा है और न ही पुलिस पदाधिकारी.

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