पटना में 15 वर्ष पुराने डीजल वाहन नहीं चलेंगे

पटना : दिल्ली की तरह अब पटना में भी 15 वर्ष से अधिक पुराने डीजल वाहन नहीं चलेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को वन एवं पर्यावरण विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान राजधानी में ऐसे वाहनों को प्रतिबंधित करने का निर्देश दिया.मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पटना विश्वविद्यालय की जमीन पर राष्ट्रीय डॉल्फिन सेंटर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2015 6:11 AM
पटना : दिल्ली की तरह अब पटना में भी 15 वर्ष से अधिक पुराने डीजल वाहन नहीं चलेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को वन एवं पर्यावरण विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान राजधानी में ऐसे वाहनों को प्रतिबंधित करने का निर्देश दिया.मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पटना विश्वविद्यालय की जमीन पर राष्ट्रीय डॉल्फिन सेंटर की स्थापना नहीं हो सके, तो इसकी स्थापना भागलपुर और सुलतानगंज के बीच की जाये.
बैठक में नीतीश कुमार ने पटना शहर में ध्वनि और वायु प्रदूषण की स्थिति पर चिंता जतायी और इसे कम करने के लिए सख्त कार्रवाई का आदेश प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को दिया. उन्होंने ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए एसडीओ को प्राधिकृत करने पर विचार करने का निर्देश दिया. उन्होंने वायु प्रदूषण रोकने के लिए गंगा किनारे और पटना शहर के आसपास के सभी ईंट-भट्ठों पर नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करने का आदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को दिया.
उन्होंने कहा कि ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए गाड़ी मालिकों व ड्राइवरों के बीच व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाये. शहर में अनावश्यक सायरन, हूटर व हॉर्न पर रोक लगाने के लिए लोगों को शिक्षित करने का अभियान चले. प्लास्टिक व अन्य ठोस कचरों का नगर निगम क्षेत्र में जलाने पर रोक लगायी जाये. सभी निर्माण कार्यों और ट्रैक्टरों व ट्रकों द्वारा बालू को ढंक कर ढोने का भी उन्होंने निर्देश दिया.
हाजीपुर में बनेगी पोपुलर पौधे की मंडी
मुख्यमंत्री ने कृषि वानिकी योजना में किसानों को दी जानेवाली प्रोत्साहन राशि को पहले व द्वितीय वर्ष में 10-10 रुपये और तीसरे वर्ष में 15 रुपये करने का भी निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि राज्य में पोपुलर के बहुत ज्यादा पौधे लगाये जा रहे हैं. लेकिन इनकी बिक्री के लिए यहां कोई बाजार उपलब्ध नहीं है. इसलिए हाजीपुर बाजार समिति की जमीन पर पोपुलर पौधों के लिए तुरंत मंडी स्थापित की जाये. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि वनकर्मियों और किसानों का प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र में भी कराया जाये.
बंदर और हाथी के प्रकोप से जल्द मिलेगी निजात
सीएम ने पौधारोपण अभियान के तहत बरगद, पीपल, पाकड़ के साथ-साथ जामुन, आम, बैर जैसे फलदार पौधे लगाने को कहा. उन्होंने अधिकारियों से बंदरों के प्रकोप को देखते हुए इस पर नियंत्रण के लिए कार्रवाई करने को भी कहा. उन्होंने कहा कि हाथी पुनर्वास केंद्र की स्थापना में ऐसे प्रशिक्षित व्यक्तियों को रखा जाये, जो हाथी के बारे में पूरी जानकारी रखते हों और मस्त हाथी को नियंत्रण करने में सक्षम हों.बैठक में पर्यावरण एवं वन मंत्री तेज प्रताप यादव और विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे.
पर्यटन विकास का बनेगा रोड मैप
पटना. बिहार में पर्यटन के विकास का रोड मैप बनेगा. इसके लिए पर्यटन क्षेत्र के विशेषज्ञों और पर्यटन की जानकारी रखनेवाले प्रोफेशनल्स के साथ विचार-विमर्श किया जायेगा. यह निर्णय बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक में लिया गया.
बैठक में मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को निर्देश दिया कि पर्यटन के साथ कला, संस्कृति विभाग को भी रोड मैप बनाने में शामिल किया जाये. दोनों विभागों में समन्वय कर विभिन्न पर्यटक स्थलों के विकास, आधारभूत संरचना निर्माण और पुरातात्विक महत्व के स्थलों के विकास के लिए पर्यटन रोड मैप का प्रस्ताव जल्द लाया जाये. नीतीश कुमार ने कहा कि 2017 में राज्य में दो प्रमुख कार्यक्रम होंगे, जिनमें गुरु गोविंद सिंह जी के 350वें जन्मदिवस पर प्रकाशोत्सव का आयोजन और महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष समारोह शामिल हैं.
उन्होंने पर्यटन विभाग को इन दोनों कार्यक्रमों की तैयारी के लिए समर्पित अधिकारियों की टीम बनाने और कार्यक्रमों की व्यापक तैयारी जल्द शुरू करने को कहा. इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को पूरी कार्ययोजना एक माह में प्रस्तुत करने को कहा. उन्होंने कहा कि बिहार में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं.
यहां के ऐतिहासिक- पुरातात्विक स्थलों का पर्यटक स्थल के रूप में विकास कर रोजगार सृजन और आर्थिक विकास किया जा सकता है. बौद्ध परिपथ, महात्मा गांधी परिपथ, कांवरिया पर्यटकों का शिव शक्ति परिपथ, रामायण परिपथ, जैन परिपथ, पटना साहिब में विभिन्न पर्यटकीय सुविधाओं के विकास, मंदार पर्वत एवं अंग प्रदेश परिपथ का विकास, चंपापुरी सहित जैन परिपथ के विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं को पूरा कर राज्य के विकास को गति दी जा सकती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन रोड मैप के अनुसार विशेषज्ञों के परामर्श से पर्यटन का विकास इस प्रकार करें कि पर्यटक घूमने के साथ-साथ पर्यटक स्थलों पर रुकें भी, इससे राज्य के आर्थिक विकास को गति मिलेगी. इसके लिए पर्यटक स्थल पर पर्यटकों के लिए सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध रहना चाहिए. उन्होंने बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड को और सुदृढ़ और प्रोफेशनल बनाने की जरूरत बतायी. पर्यटन प्रोत्साहन नीति तुरंत लायी जाये, ताकि पर्यटन प्रक्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा दिया जा सके.बैठक में पर्यटन मंत्री अनिता देवी और पर्यटन सचिव हरजोत कौर सहित कई अधकारी मौजूद थे.
बोधगया में टूरिज्म एंड ट्रेड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट
सीएम ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रेड मैनेजमेंट की तरह बिहार में संस्थान खोलने की सहमति दी. यह बोधगया में स्थापित होगा. उन्होंने विभाग को इसका प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि हेरिटेज भवनों को भव्य हेरिटेज होटल में विकसित किया जा सकता है.
इसका भी प्रस्ताव तैयार करने का उन्होंने निर्देश दिया. पर्यटन िनगम के अंतर्गत जो होटल हैं, उन्हें भी विकसित करने का प्रस्ताव लाया जाये. पर्यटन सचिव ने कौटिल्य विहार होटल एवं उसके परिसर की भूमि का उपयोग कर वहां आधुनिक और भव्य होटल निर्माण की आवश्यकता बतायी.

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