चुप है चंदा, चुप हैं तारे जनमा मसीहा रात में
पटना/पटना सिटी : …खुशी मनाओ गाओ रे प्रभु यीशु जनमे हैं गोशाला में,…चुप है चंदा , चुप हैं तारे, जनमा है मसीहा रात में, …तेरी जय जयकार अमन के राजकुमार, … आया मसीहा हमें बचाने जैसे कैरोल गीतों के बीच गुरुवार आधी रात को शहर के सभी गिरजाघरों में क्रिसमस मनाया गया. पादरी की हवेली […]
पटना/पटना सिटी : …खुशी मनाओ गाओ रे प्रभु यीशु जनमे हैं गोशाला में,…चुप है चंदा , चुप हैं तारे, जनमा है मसीहा रात में, …तेरी जय जयकार अमन के राजकुमार, … आया मसीहा हमें बचाने जैसे कैरोल गीतों के बीच गुरुवार आधी रात को शहर के सभी गिरजाघरों में क्रिसमस मनाया गया. पादरी की हवेली चर्च के पल्ली पुरोहित फादर बिल्सन अंद्रादे ने विशेष प्रार्थना सभा में प्रभु यीशु का संदेश पढ़ते हुए कहा कि शांति, क्षमा, दया व एकता के साथ भाईचारे का संदेश देनेवाले प्रभु यीशु के जीवन दर्शन ने देश-दुनिया को नयी रोशनी दी थी.
घड़ी सूई बारह पर जाते ही पूरे चर्च में घंटी व कैरॉल की धुन बजने लगी. लोगों ने खुशियां मनाते हुए लोग प्रभु यीशु का अवतरण पर्व मनाया. चर्च में बनायी गयी चरनी गोशाला में चर्च के पल्ली पुरोहित पुरोहित फादर बिल्सन अंद्रादे ने मिस्सा बलिदान पूजा का अनुष्ठान संपन्न कराया. वहीं, कैथोलिक चर्च के मुख्य याजक आर्क बिशप बिलियम डिसूजा ने विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की.
सुबह से ही खुल जायेगा चर्च
शुक्रवार की सुबह से ही राजधानी के सभी चर्च का गेट प्रार्थना के बाद आम लोगों के लिए खोल दिया जायेगा. जहां लोग गोशाला का दर्शन करेंगे और कैंडल जला कर प्रार्थना करेंगे.
ऐसी मान्यता है कि यीशु के जन्म के 23 दिन पूर्व से ही लोग खुद को तैयार करते हैं और अपने पाप को स्वीकार करने लिए उनके समक्ष आते हैं. यहां खुद को समर्पण कर देते हैं कि वह हमें पाप से मुक्त करें और नया जीवन प्रदान करें. समारोह का आयोजन जन्म के दूसरे होता है, जिसके लिए घरों व चर्च में लाइट सजाये जाते हैं. घरों में पकवान बनाये जाते हैं और एक-दूसरे को केक खिलाकर खुशी जाहिर करते हैं.