उरमा व सिरिया से मिलेगा 263 मिलियन टन कोयला
पटना : झारखंड-बिहार बंटवारे के बाद सूबे में कोयला संकट लगातार बढ़ रहा है. कोयला संकट का हाल यह है कि बिहार के पावर प्लांटों तक में इसके लाले पड़ गये हैं. सरकार ने घर-घर बिजली पहुंचाने का जो लक्ष्य तय किया है, उस पर संकट के बादल मंडराने लगे थे, किंतु अब यह संकट […]
उरमा पहाड़ी टोला कोल ब्लॉक से उत्पादित कोयले की खपत सिर्फ पावर प्लांटों में ही किये जाने के निर्णय से सूबे के अन्य छोटे-बड़े उद्योगों व कॉमर्शियल व डोमेस्टिक कार्यों में उपयोग के लिए कोयले का जुगाड़ करने को ले कर खान-भूतत्व विभाग, बिहार की चिंता बढ़ी हुई थी. झारखंड में बिहार के लिए कोयला खनन के लिए सिरिया कोयाटांड़ कोल ब्लॉक का आवंटन भी कर दिया गया है. बिहार राज्य खनिज विकास निगम को सिरिया कोल ब्लॉक आवंटन का पत्र मिल गया है.
सिरिया कोयाटांड़ कोल ब्लॉक में झारखंड की कोई सहभागिता नहीं होगी. इस ब्लॉक को खान-भूतत्व विभाग, बिहार खुद विकसित करेगा. कोल ब्लॉक को विकसित करने के लिए विभाग ने कोलिवरी लिमिटेड का शीघ्र ही गठन करने का निर्णय लिया है. सिरिया कोयाटांड़ कोल ब्लॉक से उत्पादित कोयले की आपूर्ति बिहार के कॉमर्सियल और डोमेस्टिक उद्योगों के अलावा सामान्य उपभोक्ताओं के बीच की जायेगी. सिरिया कोयाटांड़ कोल ब्लॉक में उत्खनन का काम फरवरी-मार्च, 2015 से शुरू होगा.