दो डीएवी को मिला नोटिस, बाकी की हो रही जांच

दो डीएवी को मिला नोटिस, बाकी की हो रही जांच- सीबीएसइ के विजिलेंस डिपार्टमेंट ने दो एआरडी से पूछा है शो कॉज- डीएवी प्रशासन से जल्द-से-जल्द मांगी गयी है रिपोर्ट संवाददाता, पटनाफर्जी एक्सपीरियेंस सर्टिफिकेट मामले में सीबीएसइ विजिलेंस डिपार्टमेंट के आदेश पर डीएवी प्रशासन ने दो असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर (एआरडी) को नोटिस दिया है. डीएवी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2015 10:31 PM

दो डीएवी को मिला नोटिस, बाकी की हो रही जांच- सीबीएसइ के विजिलेंस डिपार्टमेंट ने दो एआरडी से पूछा है शो कॉज- डीएवी प्रशासन से जल्द-से-जल्द मांगी गयी है रिपोर्ट संवाददाता, पटनाफर्जी एक्सपीरियेंस सर्टिफिकेट मामले में सीबीएसइ विजिलेंस डिपार्टमेंट के आदेश पर डीएवी प्रशासन ने दो असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर (एआरडी) को नोटिस दिया है. डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी ने गोला रोड डीएवी के असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर इंद्रजीत राय और मुजफ्फरपुर डीएवी के असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर एसके झा को नोटिस भेज कर कारण बताने को कहा है. इन दोनों एआरडी पर फर्जी एक्सपीरियेंस सर्टिफिकेट देने का आरोप है. इतना ही नहीं, बीएड की डिग्री लेने के बाद फिर डीएवी में टीचर के पद पर नियुक्त भी कर दिया. पूरे बिहार के डीएवी पर है सीबीएसइ की नजर सीबीएसइ सूत्रों के अनुसार पूरे बिहार के डीएवी की मिलीभगत से फर्जी एक्सपीरियेंस सर्टिफिकेट का मामला चल रहा था. इस कारण पूरे बिहार के डीएवी प्रशासन पर इसकी जांच होगी. इसकी जांच डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी की ओर से की जा रही है. अभी तक लगभग दस डीएवी ब्रांच जांच के घेरे में हैं. सीबीएसइ विजिलेंस की ओर से कुछ स्कूलों की लिस्ट डीएवी प्रशासन को उपलब्ध करवायी गयी है, जिनकी जांच की जा रही है. इन डीएवी ब्रांच पर चल रही जांच – एके जेना, प्रिंसिपल और असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर, रोटरी कैंपस, गया – केके सिन्हा, प्रिंसिपल और असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर, भागलपुर डीएवी – मीरा श्रीवास्तव, प्रिंसिपल, डीएवी, धनुपरा, आरा – एसी जैन, प्रिंसिपल, डीएवी खगौल (नोट : इन सभी पर फर्जी एक्सपीरियेंस सर्टिफिकेट निर्गत करने का आरोप है) – विभा मिश्रा, डीएवी नवादा(डीएवी नवादा को सीबीएसइ की मान्यता नहीं है, लेकिन मान्यता प्राप्त लिख कर फर्जी एक्सपीरियेंस सर्टिफिकेट निर्गत किया गया.) कोटडीएवी में फर्जी एक्सपीरियेंस सर्टिफिकेट लेकर बीएड करने के बाद टीचर बनने के कई मामले हैं. फर्जी सर्टिफिकेट पर कार्यरत टीचर के मामले लगभग सभी डीएवी में हैं. सीबीएसइ विजिलेंस की जांच में ये सामने आने भी लगे हैं. – निखिल कुमार, महासचिव, डीएवी टीचर्स एसोसिएशन\\\\B

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