सीयूएसबी के लिए उपलब्धियों भरा रहा यह साल

सीयूएसबी के लिए उपलब्धियों भरा रहा यह सालभवन निर्माण को मिली गतिकुलपति, प्राध्यापकों की हुई नियुक्तिलाइफ रिपोर्टर पटनावर्ष 2015 दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय यानी सीयूएसबी के लिए उपलब्धियों से भरा रहा. सीयूएसबी के पीआरओ मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि यह साल विवि के लिए कई मायनों में काफी अच्छा रहा. इसमें विशेष रूप से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2015 7:04 PM

सीयूएसबी के लिए उपलब्धियों भरा रहा यह सालभवन निर्माण को मिली गतिकुलपति, प्राध्यापकों की हुई नियुक्तिलाइफ रिपोर्टर पटनावर्ष 2015 दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय यानी सीयूएसबी के लिए उपलब्धियों से भरा रहा. सीयूएसबी के पीआरओ मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि यह साल विवि के लिए कई मायनों में काफी अच्छा रहा. इसमें विशेष रूप से अगस्त 2015 के पहले सप्ताह में नये कुलपति प्रोफेसर हरीश चंद्र सिंह राठौर के पदभार संभालने के उपरांत भवन निर्माण कार्य को गति मिली साथ ही नये प्राध्यापकों की बहाली भी हुई. सीयूएसबी की कुछ प्रमुख उपलब्धियां निम्नलिखित हैं. एआइसीटीइ से प्राप्त मान्यता- विश्वविद्यालय ने कंप्यूटर विज्ञान में संचालित एमटेक प्रोग्राम हेतु एआइसीटीइ (ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन)से मान्यता प्राप्त किया.एनसीटीई ने भी दी हरी झंडी – विवि ने संचालित चार वर्षीय बीए, बीएड एवं बीएससी, बीएड प्रोग्राम हेतु एनसीटीई (नेशनल काउन्सिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन) से मान्यता प्राप्त किया.बीसीआई से मिली मान्यता – विवि ने संचालित पांच वर्षीय बीए.एलएलबी(ऑनर्स) एवं एवं बीएससी. एलएलबी(ऑनर्स) प्रोग्राम हेतु बीसीआई (बार काउंसिल ऑफ इंडिया) से मान्यता हासिल की.शुरू हुए नये शैक्षणिक कार्यक्रमसाल 2015-16 शैक्षणिक सत्र से स्कूल ऑफ वोकेशनल स्टडीज के अंतर्गत बी.वोक (आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स) कोर्स की शुरुआत.सीयूबीइटी – पहली बार विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा सीयूबीइटी (सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी आॅफ बिहार इंट्रांस टेस्ट) को सफलतापूर्वक 30 एवं 31 मई 2014 को आयोजित किया. इंट्रांस टेस्ट का आयोजन शैक्षणिक सत्र 2014-15 में विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जानेवाली अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट एवं इन्टीग्रेट एमफिल. पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश हेतु किया गया. पूरे देश में बिहार के अलावा अन्य प्रदेशों के 15 केन्द्रों पर आयोजित ऑनलाइन टेस्ट में कुल 2127 उम्मीदवार शामिल हुए.संकायों की उपलब्धियां – संकाय सदस्यों ने विभिन्न फंडिंग एजेंसियों जैसे यूजीसी, एसइआरबी, बीएआरसी, डीएसटी, आइबीएम, डीएई बीआरएनएस, डीबीटी आदि से अनुदान प्राप्त किया.प्लेसमेंट्स सीयूएसबी के कई छात्रों ने देश के नामचीन संस्थानों में बढ़िया वेतन पैकेज के साथ नियुक्तियां पायीं. जिसमें अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, केयर इंडिया (एनजीओ), कार्बन चेक (इंडिया) जैसी कुछ लोकप्रिय संस्थान हैं. इन सस्थानों में विवि के स्टूडेंट्स ने विभिन्न पदों पर कार्यग्रहण किया.फैलोशिप – विवि के कई छात्रों ने सम्मानित परीक्षाओं में उत्तीर्ण होकर नेशनल फैलोशिप्त को प्राप्त किया. स्टूडेंट्स ने ने एसआरएफ (सीनियर रिसर्च फेलोशिप), गेट (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग), यूजीसी – जेआरएफ (जूनियर रिसर्च फेलोशिप), नेट (नेशनल एलिजीबिलिटी टेस्ट), गांधी फेलोशिप जैसे कई फेलोशिप में उत्तीर्णता हासिल किया.अवसंरचनात्मक विकास :- विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर पंचानपुर में 300 एकड़ भूमि पर बाउंड्री वाल का निर्माण कार्य संम्पन हो चुका है और भवन निर्माण का कार्य जोरशोर से चल रहा है |

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