एजुकेशन एडवाइजरी काउंसेलिंग का होगा गठन
एजुकेशन एडवाइजरी काउंसेलिंग का होगा गठनलाइफ रिपोर्टर, पटनाशिक्षा देना भविष्य निर्माण का काम है. यह विभाग सभी विभाग से अलग है. मुझे कबुल करने में कोई परेशानी नहीं होगी कि बिहार में क्वालिटी एजुकेशन का स्तर खराब है. क्वालिटी एजुकेशन देने में अभी सक्षम नहीं हो पाये हैं. इसमें सुधार की काफी जरूरत है. इसके […]
एजुकेशन एडवाइजरी काउंसेलिंग का होगा गठनलाइफ रिपोर्टर, पटनाशिक्षा देना भविष्य निर्माण का काम है. यह विभाग सभी विभाग से अलग है. मुझे कबुल करने में कोई परेशानी नहीं होगी कि बिहार में क्वालिटी एजुकेशन का स्तर खराब है. क्वालिटी एजुकेशन देने में अभी सक्षम नहीं हो पाये हैं. इसमें सुधार की काफी जरूरत है. इसके लिए जल्द ही ‘एजुकेशन एडवाइजरी काउंसेलिंग’ बनायी जायेगी. इस मामले पर बैठक होगी और क्वालिटी एजुकेशन में सुधार के मुद्दे पर चर्चा होगी. यह बातें शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कही. वह मंगलवार को होटल चाणक्या में स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट के स्मारिका के लोकार्पण व क्रिएटिवीटी स्कॉलरशिप वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल में क्वालिटी एजुकेशन नहीं है. आज के शिक्षक को गुरु होने का गर्व नहीं है. टीचर स्कूल नहीं आते हैं. 21 वीं सदी में प्रदेश में एजुकेशन का स्तर गिरा है. अब तक कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ है. क्वालिटी एजुकेशन के लिए स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट लगातार संघर्ष करता आ रहा है. वहीं नोट्रोडम एकेडमी के प्राचार्या सिस्टर जेसी ने कहा कि सभी बच्चों में काफी प्रतिभा है. इस प्रतिभा को निखारने का काम स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट कर रहा है. स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट के संयोजक बिनोद सिंह कहा कि स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट का मैसेज हर घर में जाये. पूरी इमानदारी से सिस्टम को बेहतर करने की कोशिश हो रही है. स्कूल हमें जोड़ने वाला होना चाहिए, तोड़ने वाला नहीं. देश व समाज निर्माण के लिए बच्चे पढ़ रहे, इसलिए बेहतर शिक्षा देना सबसे जरूरी है. मौके पर पार्थव गौरव के साथ स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट के सभी सदस्य मौजूद थे. 71 स्टूडेंट्स को मिला क्रिएटीविटी स्कॉलरशिप बच्चों ने तरह-तरह के डिजाइन के ग्रीटिंग कार्ड्स बनाकर बच्चों ने क्रिएटीविटी स्कॉलरशिप अर्जित की. इसमें 71 स्टूडेंट्स को ग्रीटिंग कार्ड्स बनाने के लिए स्कॉलरशिप राशि दी गयी. अलग-अलग स्कूल और कॉलेज की छात्रा-छात्राओं ने इसमें हिस्सा लिया. स्कॉलरशिप में मिले पैसे को बच्चों ने अपनी पढ़ाई में इस्तेमाल करने की बात कही. यह स्कॉलरशिप बच्चों की रचनात्मकता क्षमता को बढ़ाने, उन्हें पैसों का मूल्य समझने और उन्हें स्वालंबी बनाने की पहल है. इसके तहत 1,25,604 रुपये की स्कॉलरशिप राशि स्टूडेंट्स को दी गयी. बच्चों ने बेहतर देश, राज्य व समाज निर्माण की बात कही.