हंसाते-हंसाते किया भ्रष्टाचार पर व्यंग्य

हंसाते-हंसाते किया भ्रष्टाचार पर व्यंग्य लाइफ रिपोर्टर.पटनाजब थानेदार ही भ्रष्ट हो जाये, तो भ्रष्टाचार कभी नहीं खत्म हो सकता. पुलिस, थाना और चोरी के कई दृश्यों देखने को मिले प्रेमचंद रंगशाला के मंच पर. यहां मंगलवार को दर्शकों के सामने एक हास्यात्मक नाटक ‘बेढब थानेदार’ का मंचन किया गया. यह नाटक द आर्ट मेकर द्वारा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2015 9:28 PM

हंसाते-हंसाते किया भ्रष्टाचार पर व्यंग्य लाइफ रिपोर्टर.पटनाजब थानेदार ही भ्रष्ट हो जाये, तो भ्रष्टाचार कभी नहीं खत्म हो सकता. पुलिस, थाना और चोरी के कई दृश्यों देखने को मिले प्रेमचंद रंगशाला के मंच पर. यहां मंगलवार को दर्शकों के सामने एक हास्यात्मक नाटक ‘बेढब थानेदार’ का मंचन किया गया. यह नाटक द आर्ट मेकर द्वारा प्रस्तुत किया गया. इस नाटक के लेखक फरीद बज्मी हैं, वहीं नाटक का निर्देशन विनोद राई द्वारा किया गया. यहां नाटक शुरू होने से पहले ही दर्शक अपनी जगह जमाये हुए थे. सभी को बस परदा उठने का इंतजार था. क्योंकि इस व्यंग्य नाटक को देखने की उत्सुकता हर किसी में नजर आ रही थी. ऐसे में नाटक ने शुरू होते ही लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया. इस नाटक को देख सभी हंसी से लोट-पोट हो रहे थे. नाटक में दिखाये जाने वाले कई दृश्य और डायलॉग्स लोगों को तालियां बजाने पर भी मजबूर कर रही थी. नाटक के सभी कलाकार अपने पात्र को बखूबी निभाये. सभी ने अपनी कला को प्रस्तुत करते हुए दर्शकों का दिल जीत लिया. नाटक के बारे में यह नाटक पुलिसिया तंत्र एवं प्रशासनिक व्यवस्था पर करारा व्यंग्य है. इस नाटक में एक साधारण थानेदार है, जो अपनी धूतर्ता से अपने आला अफसरों को फांसता है और उन्हें सबसे ज्यादा नाको चने चबबाता है. वो हर कठिनाईयों में अपनी तीव्र बुद्धि एवं चालाकी से दूर करता है और गलती करके भी बखूबी खुद को निर्दोष साबित करता है. इस नाटक में हास्य-व्यंग्य द्वारा भ्रष्ट थानेदार और समाज में हो रही कुरीतियों को दर्शाया गया. इसमें नये जमाने में प्रशासन की भूमिका को भी दिखाने की कोशिश की गयी. इन दिनों कैसे चोर चोरी कर लेते हैं और पुलिस उस चोर को ढूंडने में नकामयाब साबित हो जाती है. इस नाटक में एक थाने में बेढब थानेदार की भूमिका को दिखायी गयी है.मंच परबेगम- शुभांगी कुमारीवहीदा- अदाकारा- शताक्षीशहजादी- वंदना नारायणथानेदार- रौशन कुमारमक्खी- रोहित चंद्रा, कुंदन कुमारवजीर- रमेश कुमारनाजीम- क्रांति राज, राहुल कुमार राजफक्किटे शाह- संतोष राजपूतदिलफेक- निशांत प्रियदर्शीअफसर- प्रिंस पीयूषउस्ताद- अभिषेक आनंदलापरवाह- अनुराग आनुद

Next Article

Exit mobile version