डप्टिी मेयर को लेकर पार्षदों ने किया बैठक का बहष्किार

डिप्टी मेयर को लेकर पार्षदों ने किया बैठक का बहिष्कार – एक घंटा विलंब से शुरू हुई बैठक की कार्यवाही संवाददाता, पटनानिगम बोर्ड की बैठक मंगलवार को दोपहर 12 बजे से निर्धारित थी, लेकिन कार्यवाही एक बजे से शुरू हुई. बैठक की अध्यक्षता करते हुए मेयर अफजल इमाम ने कार्यवाही जैसे ही शुरू की, तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2015 9:45 PM

डिप्टी मेयर को लेकर पार्षदों ने किया बैठक का बहिष्कार – एक घंटा विलंब से शुरू हुई बैठक की कार्यवाही संवाददाता, पटनानिगम बोर्ड की बैठक मंगलवार को दोपहर 12 बजे से निर्धारित थी, लेकिन कार्यवाही एक बजे से शुरू हुई. बैठक की अध्यक्षता करते हुए मेयर अफजल इमाम ने कार्यवाही जैसे ही शुरू की, तो रूप नारायण मेहता ने डिप्टी मेयर को लेकर सवाल पूछा. कहा कि डिप्टी मेयर के रूप में उन्हें सुविधा प्राप्त है. साथ ही डिप्टी मेयर के रूप में उन्हें निगम सचिवालय से पत्र जारी किया गया है. इसके बावजूद उपस्थिति पंजी पर मेरे नाम के आगे से उप महापौर क्यों हटाया गया है. रूप नारायण मेहता बोल ही रहे थे, तो अमरावती देवी भी खड़ी हो गयीं और कहा कि निगम सचिवालय से डिप्टी मेयर के रूप में उन्हें पत्र प्राप्त हुआ है. इसके जवाब में मेयर ने कहा कि विभागीय प्रक्रिया के तहत रूप नारायण मेहता को हटाया गया है. पद पर वापसी विभागीय अधिसूचना के बाद ही होगी. एकल खंडपीठ के फैसला के बाद विभाग की ओर से अधिसूचना जारी नहीं हुई है. इसलिए, अमरावती देवी ही उप महापौर रहेंगी. 15 जनवरी को डबल बैंच में सुनवाई होगी, तब तक इंतजार करें. इसके बाद रूप नारायण मेहता व विनय कुमार पप्पू के नेतृत्व में विपक्षी पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया और सदन से बाहर निकल गये. हालांकि, बैठक की कार्यवाही चलती रही. उपस्थिति पंजी में डिप्टी मेयर के नाम में छेड़छाड़ निगम सचिवालय ने बैठक को लेकर उपस्थिति पंजी का रजिस्टर बनाया है. बैठक को लेकर मेयर, डिप्टी मेयर के साथ-साथ सभी वार्ड पार्षदों के नाम थे. जहां उपस्थित पार्षदों को हस्ताक्षर करना था. लेकिन, उपस्थिति पंजी पर डिप्टी मेयर के रूप में अमरावती देवी और रूप नारायण मेहता दोनों ने हस्ताक्षर किये. वहीं, निगम सचिवालय द्वारा दर्ज नाम में छेड़छाड़ की गयी थी. इस संबंध में नगर सचिव मुमुक्षु कुमार चौधरी ने बताया कि नगर आयुक्त डिप्टी मेयर के रूप में रूप नारायण मेहता को मान रहे हैं, इसलिए उन्हीं का नाम दर्ज किया गया था.कोटहम विकास चाहते हैं, इसलिए बैठक में शामिल हुए. लेकिन, मेयर संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं, तो कानून की रक्षा की जिम्मेवारी भी हमारी है. मेयर का स्पष्ट कहना है कि डिप्टी मेयर अमरावती देवी हैं, जो कानून का उल्लंघन है. हम मेयर के खिलाफ अवमाननावाद केस दायर करेंगे. रूप नारायण मेहता, डिप्टी मेयर, पटना नगर निगम जनहित के महत्वपूर्ण एजेंडों पर चर्चा के लिए बैठक बुलायी गयी थी, लेकिन विपक्षियों का एजेंडा हमेशा बैठक में व्यवधान डालना रहता है. डिप्टी मेयर कोई मुद्दा नहीं है. डिप्टी मेयर का मामला हाइकोर्ट के डबल बैंच में चल रहा है.15 जनवरी को सुनवाई होनी है. ऐसे में विपक्षी पार्षदों को बैठक का बहिष्कार नहीं करना चाहिए था. अफजल इमाम, मेयर, पटना नगर निगम हाइकोर्ट के डबल बैंच ने यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया है. विभाग ने रूप नारायण मेहता को पदभार ग्रहण करने के लिए अधिसूचना नहीं जारी किया. निगम सचिवालय से बैठक को लेकर जो पत्र मुझे मिला है, वह डिप्टी मेयर के रूप में मुझे प्राप्त हुआ है. अमरावती देवी, नवनिर्वाचित डिप्टी मेयर, पटना नगर निगम मेयर ने हमेशा से नियम-कानून का उल्लंघन किया है. रूप नारायण मेहता को निगम प्रशासन डिप्टी मेयर के रूप में मान रहा है, तो मेयर कैसे किसी को मनोनीत कर सकते हैं. बोर्ड की बैठक नियम कायदे से चले, तो जनहित के मुद्दाें पर चर्चा की जाती. विनय कुमार पप्पू, पूर्व डिप्टी मेयर व पार्षद, पटना नगर निगम:::::::::::::स्थायी समिति की बैठक में लिये गये कई निर्णयनिगम से हटाया जायेगा ट्रैक्टर ठोस कचरा प्रबंधन योजना के तहत उपकरण खरीद से संबंधित प्रस्ताव सदन के समक्ष प्रस्तुत किया गया. इसको लेकर वार्ड पार्षद मुमताज जहां, बालेश्वर सिंह, शिव मेहता आदि ने कहा कि सफाई को लेकर कवायद जारी है, लेकिन शहर में सफाई नहीं दिख रही है. सफाई कर्मी हैं, लेकिन उपकरण नहीं हैं. इस पर नगर आयुक्त शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि सरकार से उपकरण की दरें तय हो गयी हैं और सूची भी उपलब्ध करायी गयी है. इस सूची के अनुरूप उपकरणों की खरीदारी की जायेगी. मेयर ने कहा कि निगम के अपने ट्रैक्टर जर्जर हो चुके हैं और भाड़े के ट्रैक्टर में अनियमितता अधिक है. बुडको जीएम ने कहा था कि तीन माह में उपकरण उपलब्ध करा दिये जायेंगे. इसलिए निगम को ट्रैक्टर मुक्त करते हुए छोटे वाहनों की खरीदारी करनी ठीक होगी. यह छोटी गाड़ी मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक पहुंचेगी और कचरा उठाव में आसानी भी होगी. इस पर सदन ने सहमति देते हुए प्रस्ताव को पारित कर दिया. एजेंसी नहीं मिली, तो खुद घर-घर कचरा उठायेगा नगर निगम डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को लेकर एजेंसी चयन से संबंधित प्रस्ताव मेयर अफजल इमाम ने सदन के समक्ष प्रस्तुत किया. इस पर वार्ड पार्षद पिंकी कुमारी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन योजना सिर्फ कागज पर ही दौड़ रही है. वहीं, मनोज जायसवाल ने कहा कि डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन पहेली बनी हुई है. इस पर मेयर ने जवाब देते हुए कहा कि डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को लेकर पांच जनवरी को प्री-बीड मिटिंग निर्धारित की गयी है, जिसमें एजेंसियों से सुझाव लिये जायेंगे. इसके बाद टेंडर निकाला जायेगा. अगर टेंडर में कोई भी एजेंसी शामिल नहीं हुई, तो निगम अपने संसाधन से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करेगा. इसके लिए वार्ड स्तर पर 25 से 30 अतिरक्त सफाई मजदूर और दो-दो छोटे वाहन उपलब्ध कराये जायेंगे. कार्य नहीं करने का कार्यपालक पदाधिकारी पर आरोप वार्ड पार्षद मुमताज जहां, गुलफिशा जबी, शिव मेहता और मनोज जायसवाल ने कहा कि वार्ड स्तर पर 60-60 बल्ब लगाये जाने हैं, लेकिन किसी भी वार्ड में योजना पूरी नहीं हुई. पटना सिटी के कार्यपालक पदाधिकारी कबीर अंत्येष्टि योजना की राशि भी गरीबों को नहीं दे रहे हैं. साथ ही जलजमाव, पाइपलाइन लिकेज आदि समस्या को लेकर फोन करने पर कॉल रिसीव नहीं करते. इसलिए, कार्यपालक पदाधिकारी को हटाया जाये. इस पर मेयर ने नगर आयुक्त से कहा कि डीएम से अंत्येष्टि योजना की राशि के संबंध में जानकारी प्राप्त कर लें और कार्यपालक पदाधिकारी को 15 दिनों में कार्यप्रणाली बदलने का समय दें. \\\\B

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